आठवीं के बच्चे का मोदी को लेटर, मेरी पढ़ाई से ज्यादा जरूरी क्या आपके जनसभा में लोगों को भेजवाना है?

नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के खंडवा से आठवीं कक्षा के एक छात्र ने प्रधानमंत्री मोदी को बेहद भावुक पत्र लिखा है। दरअसल 9 अगस्त को प्रधानमंत्री स्वतंत्रता सेनानी चंद्रशेखर आजाद की जन्मस्थली अलीराजपुर में एक जनसभा करने जा रहे हैं। पीएम के इस सभा में भीड़ जुटाने के लिए जिला प्रशासन ने स्कूल बसें ले ली हैं। जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। इसे लेकर आठवीं कक्षा के एक बच्चे ने पीएम को पत्र लिखकर अपना दर्द बयान किया है। बच्चे ने अपने पत्र में भीड़ को सभा स्थल तक लाने के लिए बसों को लेने की शिकायत की है। बच्चे ने कहा कि वह पीएम मोदी का बड़ा प्रशंसक रहा है, लेकिन जिस तरह की हरकतें हो रही हैं इससे उसे लगने लगा है कि पीएम मोदी का विरोध करने वाले लोग सही कहते हैं।

एक  उर्दू न्यूज़ पोर्टल के अनुसार शिक्षक ने बताया कि आप एक सभा को संबोधित करने आ रहे हैं जिसमें भीड़ इकठ्ठा करने केलिए कलेक्टर ने स्कूल बसें ले ली हैं,

“लेकिन मोदी अंकल मुझे तो पता है कि आप को सुनने के लिए तो लोग खुद अपने स्रोतों से, अपने खर्च पर हर जगह पहुंचते हैं। चाहे देश हो या विदेश सभी जगह आप को सुनने के लिए भारी भीड़ जमा होती है, मैं तो टीवी पर आपको अमेरिका में भाषण करते देखा था वहाँ बहुत भीड़ थी। मुझे पता है कि वहाँ तो लोग आपको सुनने स्कूल बस में बैठ कर नहीं पहुंचे थे।

जब पिछली बार आप सिव्हर- विदिशा आए थे तब भी मेरी स्कूल बस दो दिन नहीं आई थी। मैंने बस वाले अंकल से कहा कि हमारी बस तो बच्चों के लिए है ना! इसमें अन्य लोगों को क्यों बैठा रहे हो? तो वे कहने लगे बेटा, ‘कलेक्टर और आरटीओ के आदेश हैं, नहीं मानेंगे तो बस बंद करवा देंगे। ज्यादा कुछ किया तो स्कूल भी बंद करवा देंगे शिवराज मामा।

क्या सच में मेरी बस बंद करवा देंगे वह? क्या मेरा स्कूल भी बंद हो जाएगा अगर कलेक्टर की बात नहीं मानी तो। चाचा मेरी स्कूल बस नहीं आई तो उस दिन स्कूल कैसे जा सकूंगा। मेरे तो पापा भी बाहर गए हैं जो मुझे बाइक से छोड़ देते, घर में केवल मम्मी और दीदी हैं। बताओ अब कैसे स्कूल जाऊंगा मैं? क्या मेरी पढ़ाई से ज्यादा जरूरी आपके जनसभा में लोगों को भेजा है?

मोदी अंकल आप तो कांग्रेसी नेताओं जैसे नहीं हो ना, आपको तो हमारी पढ़ाई और भविष्य की चिंता है ना। प्लीज़ आप शिवराज मामा से बोल दो ना कि आपके जलसे के लिए स्कूल बसों में लोगों को ढो कर लाने की जरूरत नहीं। आपके भाषण में इतना दम है कि लोग खुद-ब-खुद खींचे चले आएंगे। आपने ऐसा किया तो मैं अपने दोस्तों को ताल ठोंक कर कह सकूंगा कि मेरे मोदी अंकल के जनसभा में भीड़ जूटती है जुटाई नहीं जाती”।