आठ एकड़ का सीएम हाउस

झारखंड के वज़ीरे आला के रिहाईसगाह के अहाते में इजाफ़ा किया जा रहा है। यह अब आठ एकड़ का होगा। वज़ीरे आला हेमंत सोरेन के हुक्म के बाद काम भी शुरू कर दिया गया है। वज़ीरे आला रिहाईसगाह में दो एकड़ का एरिया और बढ़ेगा।

हेमंत सोरेन के मौजूदा रिहाईसगाह (एटीआइ के बगल में) से सटे एसडीओ और सेक्रेटरी के अहाते को मिला कर वज़ीरे आला का नया रिहाईसगाह दफ्तर और बैरक की तामीर कराया जा रहा है। इसमें वज़ीरे आला से मिलने के लिए आनेवाले बैठ सकेंगे। दफ्तर में मुतल्लिक़ सारे अफसरों के बैठने की भी निज़ाम होगी।

यानी वज़ीरे आला अपने मौजूदा रिहाईसगाह से निकल कर सीधे यहां जायेंगे। यहीं से कामकाज का अमल करेंगे। आप्त सेक्रेटरी की रिहाईसगाह पूरी तरह मुंहदम कर दिया गया है। अब उस पर नये सिरे से स्ट्रर खड़ा हो रहा है।

पुराने रिहाईसगाह नहीं जाना चाहते हेमंत सोरेन
वज़ीरे आला के पुराने रिहाईसगाह में भी रिहायसी दफ्तर की सहूलत है, पर वह वहां नहीं जायेंगे। ताहम नये रिहाईसगाह और दफ्तर से यह जुड़ा रहेगा।

इसके लिए अंदर ही अंदर रास्ते बनाये जा रहे हैं। काम इतना आनन-फानन में शुरू किया गया कि इमारत तामीर महकमा ने इसका टेंडर तक नहीं किया है। ठेकेदार का सलेक्शन कर उसे काम दे दिया गया है। टेंडर बाद में किया जायेगा। फिलहाल इस काम का इस्टीमेट भी नहीं बना है। टेंडर के वक़्त ही पता चलेगा कि कितनी रकम का काम हो रहा है। हालांकि ज़राये बताते हैं कि पूरे काम में कम से कम तीन करोड़ से ज़्यादा की रकम लगेगी।