पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने बुधवार को आठ ‘खूंखार आतंकवादियों’ की मौत की सजा पर मुहर लगा दी. उन्हें 45 शिया इस्माइली मुसलमानों की हत्या करने, मानवाधिकार कार्यकर्ता सबीन महमूद की हत्या करने और सुरक्षा बलों पर हमला करने के लिए सैन्य अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी.
इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के महानिदेशक मेजर जनरल आसिफ गफूर ने कहा कि जनरल बाजवा ने तीन दूसरे आतंकियों की उम्रकैद की सजा की भी पुष्टि की.
आईएसपीआर ने कहा, ‘इन आतंकियों में वे शामिल हैं, जिन्होंने कराची के सफूरा चौरंगी में इस्माइली समुदाय के लोगों पर हमले की साजिश की एवं उसे अंजाम दिया. हमले में 45 लोग घटनास्थल पर ही मारे गए एवं छह अन्य घायल हो गए. इनमें वे आतंकी भी शामिल हैं, जिन्होंने सबीन महमूद नाम की एक सामाजिक कार्यकर्ता की हत्या की और फिरौती के लिए दो चीनी इंजीनियरों एवं एक नागरिक का अपहरण किया’.
आईएसपीआर के अनुसार इन ‘आतंकियों’ ने 90 लोगों की जान ले ली और 99 अन्य को घायल कर दिया. उनके पास से विस्फोटक भी बरामद किए गए.