नई दिल्ली: भारतीय सेना द्वारा किये गए सर्जिकल स्ट्राइक और सरकार की साख पर सवाल उठा रहे नेताओं को पीएमओ में राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने आड़े हाथ लिया। उनका कहना है कि बुरहान वानी जैसे आतंकियों को ये खुलेआम आतंकी भी नहीं कह सकते। उनके बारे में कुछ पूछने पर यह उस सवाल को ही नजरअंदाज कर देते हैं।
ये लोग सरकार और सेना पर हमला बोलने से पहले एक बार भी नहीं सोचते लेकिन उनके पास इतनी हिम्मत नहीं है कि वे एक आतंकी को आतंकी कह सके। ये लोग भूल जाते हैं कि आज हमारे देश की धरती सेना के कारण ही महफूज़ है। सीमा पर भूखे प्यासे रहकर सेना के जवान हमारी सेवा कर रही है और हमें उन्हीं से सबूत मांगते शर्म नहीं आती। डॉ. सिंह ने कहा कि एलओसी के हालात पर रक्षा मंत्रालय और विदेश मंत्रालय विचार कर रहे है, जो भी नीति होगी वह अपनाई जाएगी।
इसके साथ ही अलगाववादियों को भी खरी खोटी सुनाते हुए कहा कि वह गरीबों के बच्चों को हाथों में पत्थर थमा कर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं वहीँ अपने बच्चों को अलगाववादी बडे़ शहरों व विदेशों में पढ़ाकर इंजीनियर तथा डॉक्टर बना रहे हैं। लेकिन अब हालात पहले जैसे नहीं है क्योंकि कश्मीर के नौजवान समझ चुके हैं इनकी चाल को इसलिए वह खुद ही उन लोगों को जवाब देंगे जिन्होंने उन्हें भड़काया है।