जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती ने बुधवार को कहा कि आतंकी और परिवार को एक ही नजर से नहीं देखा जा सकता है। महबूबा मुफ्ती ने यह बात खालिद मुजफ्फर वानी के परिजनों को मुआवजा देने के फैसले का बचाव करते हुए कही।
पुलवामा में कमांडोज ट्रेनिंग सेंटर द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि स्थानीय आतंकियों को मुख्यधारा में लाना चाहिए, न कि उन्हें मुठभेड़ में मार देना चाहिए। मुख्यमंत्री मुफ्ती ने यह भी कहा कि बीते पांच महीने की अस्थिरता के दौरान घाटी में लोगों पर जरूरत से ज्यादा ताकत का इस्तेमाल किया गया।
खालिद हिजबुल कमांडर बुरहान वानी का भाई था जो सेना के साथ मुठभेड़ में मारा गया था। राज्य सरकार ने उसके परिजनों को चार लाख रुपये का मुआवजा देने का फैसला किया है। विपक्षी नेताओं के साथ-साथ सरकार में शामिल भाजपा के नेताओं ने भी इसकी आलोचना की है।