साइबर टैक्नोलोजी एक माहिर ने मर्कज़ी वज़ारत-ए-दाख़िला के दफ़्तर में आतिशज़दगी(आग) की वजह से ज़ाए (बरर्बाद) होने वाले रेकॉर्ड्स के बारे में उम्मीद ज़ाहिर की हीका इन रेकॉर्ड्स का दुबारा अहया मुम्किन है।
साइबर टैक्नोलोजी जल कर ख़ाकसतर(जल कर) होने वाले काग़ज़ात की तहरीर भी दुबारा जूं की तूं (पहले की तरह)हासिल करसकती है। इस लिए रेकॉर्ड्स के ज़ाए (बरर्बाद)होने पर बहुत ज़्यादा अफ़सोस करना ज़रूरी नहीं है। क्योंकि रेकॉर्ड्स पर दस्तख़तों का भी अहया मुम्किन है।