आदर्श तहक़ीक़ाती कमीशन पर मर्कज़ी वज़ीर शिंदे की गवाही

कारगिल जंग के अहल-ए-ख़ाना के लिए मुबय्यना (कथित) तौर पर मुख़तस क़ता अराज़ी पर तामीर शूदा आलीशान मुतनाज़ा इमारत (controversial building/ विवादित इमारत) आदर्श सोसायटी की तामीर में घपलों के मुआमले की तहक़ीक़ात करने वाले आदर्श नामी अदालती कमीशन के रूबरू आज यहां मर्कज़ी वज़ीर-ए-तवानाई (Union Power Minister) शुशील कुमार शिंदे (Sushil Kumar Shinde) ने गवाही दी ।

वाज़िह रहे कि शिंदे रियासत महाराष्ट्र के 2001 से 2003 के दरमयान वज़ीर-ए-आला के ओहदे पर फ़ाइज़ थे। इस दौरान उन्होंने आदर्श की तामीर के ताल्लुक़ (संबंध) से मुख़्तलिफ़ ( अलग अलग) इजाज़त नामे दिए थे । मुआमले की तहक़ीक़ात करने वाले दो रुकनी कमीशन ने उन्हें आज कमीशन के रूबरू गवाही के लीए तलब किया था जिस दौरान उन से मुख़्तलिफ़ सवालात किए गए जिन में से बेशतर का जवाब उन्होंने तसल्ली बख्श दिया जबकि बाअज़ ( कुछ) सवालात के उन्होंने मनफ़ी जवाब दिए ।

शुशील कुमार शिंदे की तरह साबिक़ वज़ीरे-ए-आला ( पूर्व मुख्य मंत्री) विलास राव देशमुख और अशोक चौहान को भी कमीशन ने तलब किया है और उन की गवाही 27 और 30 जून को मुतवक़्क़े (होना तय) है ।