एमपी योगी आदित्यानाथ ने कहा कि जिस तरह मक्का-मदीना में कोई मंदिर नहीं बन सकता, उसी तरह अयोध्या में मंदिर के मुकाम पर मस्जिद की बात करना बवकूफी है। हाशिम अंसारी या उनके जैसों को यह जिद छोड़ देनी चाहिए।
रियासत की हुकूमत पर निशाना लगाते हुए आदित्यनाथ ने कहा कि अखिलेश की बे सिम्त हुकूमत समाजवाद के नाम पर क़ाबीना परवरी को बढ़ावा दे रही है। माफियाओं और मुजरिमों को तहफ्फुज़ देकर कानून तोड़ा जा रहा है। तालीम भी बेदम हो गई है।
2017 के इलेक्शन में सपा का सफाया हो जाएगा। धर्मांतरण और घर वापसी की बात पर उन्होंने कहा कि धर्मांतरण रोकने के लिए कड़ा कानून बनना चाहिए। रूह की सौदेबाजी कर मज़हब की तश्हीर नहीं की जा सकती।
इसलिए धर्मांतरण के एहतिजाज में कानून जरूरी है। रही बात घर वापसी की तो यह सदियों से चल रहा है। भूले हुए को सही इल्म और रास्ता दिखाना बहुत जरूरी है। यह रूह की तहारत की मुहिम है, जब कि धर्मांतरण मुल्क के लिए खतरा है।