अहमदाबाद [सियासत न्युज ब्युरो/फखरुद्दिन]।दुनिया कित्नी हि आगे बढ जाए लेकिन हमारे देश मे रहने वाले आदिवासी अप्नि रित रिवाज से कभि बहार नहि आसक्ते. आदिवासी रीत के मुताबिक अगर मर्द कि अचानक मौत होजाती है तो मौताणा ना मिलने तक उस कि लाश कि दफन विधि नहि कि जाती ईसी तरह अगर औरत कि अचानक मौत होजाती है तो मुआवजा ना मिलने तक उसकि लाश कि दफन विधि नहि कि जाती और मुआवजा ना मिलने तक मरनेवाली के खानदान वाले शकवाले लोगो पर हमला करते रहते है जिस का नाम वो चडोतरु बताते है।
हाल हि मे उत्तर गुजरात के हिम्मतनगर के खरोज पुलिस थाना इलाके के टेबड़ा गांव में गुजशता दिनों एक आदिवासी औरत की अचानक मौत हो गई थी, मरने वाली के खान्दानवालो ने उसके ससुराल वालों पर कत्ल का शक जाहिर करते हुए उस मरनेवाली कि नाश को उसके ससुराल वालों के घर के बाहर छोड दिया और मौत के बदले मुआवजा मांगा। मुआवजा नहीं मिलने पर पीड़ित लोगों के खान्दानवालो ने उस के ससुराल वालों और आसपास के तीन और खान्दानवालो पर हमला करके आग लगा दी। इस हादीसे के बाद से गांव में पुलिस गश्त बढा दी है।
खरोज पुलिस थाना पीएस डी डी चावड़ा ने बताया कि करीब एक दर्जन खान्दान वालो पर इस समूह के हमला करने का ईम्कान है। इसलिए इलाके में पुलिस बंदोबश्त कड़ा कर दिया गया है। मृतक युवती कि लाश अभी उसके पीहर गुणभाखरी गांव में रखि है जबकि उसके परिजन आरोपी ससुराल वालों व उनके सगे संबंधियों के घरों पर चडोतरु को अंजाम दे रहे हैं।