आधार कार्ड में ख़ातून के वालिद और शौहर के नाम का इंदिराज ज़रूरी ?

चेन्नई ०१ नवम्बर (पी टी आई) साबिक़ चीफ़ इलैक्शन कमिशनर एन गोपाल स्वामी ने आज कहा कि आधार कार्ड जिन्हें यूनीक आईडनटफ़कीशन अथॉरीटी आफ़ इंडिया की जानिब से जारी किया गया है इस में घरेलू ख़ातून के वालिद के साथ साथ इस के शौहर का नामा विना भी ज़रूरी है ताकि मुख़्तलिफ़ “Surnames” से पैदा होने वाली पेचिदगीयो से निमटा जा सके ।

अपनी बात जारी रखते हुए मिस्टर गोपालस्वामी ने कहा कि जुनूबी हिंदूस्तानी ख़ुसूसी तौर पर ख़वातीन को मुंसलिका दस्तावेज़ात में अपने Surnames की दरूस्तगी में मुश्किलात का सामना करना पड़ता था जैसे पान कार्ड्स , वोटर्स शनाख़ती कार्ड्स और पासपोर्टस वग़ैरा।

एक तक़रीब में शिरकत के मौक़ा पर अख़बारी नुमाइंदों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मुंदरजा बाला दस्तावेज़ात में नामों की तौसीअ के लिए गुंजाइश नहीं है ।

लिहाज़ा दस्तावेज़ात तैय्यार करने (तहरीर करनी) के तरीक़ा में तबदीली लाए जाने की ज़रूरत है और ये टामलनाडो के अवाम केलिए काबुल अमल हो सकता है क्योंकि तमिल अवाम अपने Surname का इस्तिमाल ना करते हुए सिर्फ Initials इस्तिमाल करते हैं ।