आधार डाटा के ग़लत इस्तेमाल का अंदेशा बीजेडी

नई दिल्ली: अपोज़िशन बीजेडी ने आज आधार बिल पर शदीद तन्क़ीद की और कहा कि ये अंदेशे हैं कि आधार डाटा को इजतिमाई जासूसी या निगरानी के लिए या फिर नसली सफाए के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। आधार बिल 2016 पर मबाहिस में हिस्सा लेते हुए बीजेडी के रुकन तथागट सतपाती ने कहा कि ये अंदेशे मौजूद हैं कि हुकूमत वक़्त की तरफ‌ से इस बिल की दफ़आत को इजतिमाई जासूसी या नसली सफाए के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।

जब बीजेपी के एक रुकन ने ये कहने की कोशिश की कि मुल्क में मुख़्तलिफ़ नसल के लोग नहीं रहते सतपाती ने कहा कि हिदुस्तान में कम अज़ कम चार ग्रुप्स हैं और हिंदुस्तानियों को उनमें बाँटा जा सकता है। उन्होंने इद्दिआ किया कि अक़वाम-ए-मुत्तहिदा ने हाल ही में इराक़ और शाम से आने वाले पनाह गज़ीनों के बायो मैट्रिक डाटा का बे-जा इस्तेमाल किया है।

उन्होंने इस बिल की मुख़ालिफ़त करते हुए कहा कि मर्कज़ में चाहे यूपीए की हुकूमत रहे या फिर एनडीए की रहे ज़हनीयत वही है। उन्होंने कहा कि मुल्क में कई तरह के कारडज़ हैं जिनमें वोटर आई डी भी शामिल है ऐसे ग़ैर अहम कार्डज़ के अख़राजात क्यों टैक्स दहिंदगान बर्दाश्त करें। इस बिल को रुकमी बिल के तौर पर पेश किए जाने की भी उन्होंने मुख़ालिफ़त की। उन्होंने कहा कि उनका ये भी ख़्याल है कि हुकूमत अफ़्सर शाही के इशारों पर इस बिल पर जल्द-बाज़ी कर रही है|