नागौर। आतंक का पर्याय बन चुके गैंगस्टर आनंदपालसिंह का एनकाउण्टर करने के बाद पुलिस ने भले ही राहत की सांस ले ली, लेकिन समस्याएं अभी खत्म नहीं हुई है। आनंदपाल के रिश्तेदार व समाज के कुछ लोग एनकाउण्टर प्रकरण की सीबीआई जांच कराने तथा आनंदपाल के अंतिम संस्कार में उसके दोनों भाइयों को बुलाने की मांग कर रहे हैं।
हालांकि दोपहर 2 बजे तक आनंदपाल का शव सांवराद नहीं पहुंचा, लेकिन रिश्तेदार एक ही बात पर अड़े हुए हैं कि पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच की जाए। उनका आरोप है कि पुलिस ने जानबूझकर आनंदपाल का एनकाउण्टर किया, जबकि वह समर्पण करने को तैयार था।
उधर, गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने उदयपुर में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि पुलिस आनंदपाल को जिंदा गिरफ्तार करना चाह रही थी, लेकिन उसने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी, जिसके कारण पुलिस को जवाबी कार्रवाई में गोली चलानी पड़ी।
आनंदपाल के एनकाउण्टर की सूचना मिलते ही जहां एक ओर उसके लाडनूं स्थित आवास पर सन्नाटा पसर गया, वहीं पुलिस ने एहतियात के तौर पर घर के बाद सादा वर्दी में जवान खड़े कर दिए।
आनंदपाल के अंतिम संस्कार के लिए उसकी मां निर्मल कंवर सहित अन्य परिजन लाडनूं से सांवराद पहुंच गए हैं। परिजनों के साथ समाज के भी काफी लोग आनंदपाल का शव पहुंचने से पहले ही आनंदपाल के घर पर एकत्र होना शुरू हो गए हैं।