‘आपातकाल का वार है, बाग़ों में बहार है’

शुक्रवार को प्राइम टाइम में रवीश ने माइम कलाकारों को शो में आमंत्रित किया और उनसे तंजिया और अपने परिचित अंदाज़ में कुछ सवाल पूछा था. रवीश कुमार द्वारा पूछा गया एक सवाल ‘बागों में बहार है’ ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा. यह शो पूरी तरह सरकार से सवाल पूछने पर सरकार के तानाशाही रवैये पर आधारित था.

भारत सरकार द्वारा न्यूज़ चैनल एनडीटीवी इंडिया पर एक दिन के बैन लगाये जाने पर भाजपा सरकार की सोशल मीडिया पर कड़ी आलोचना हो रही है। केंद्र की भाजपा सरकार फ़ासीवादी रवैया अपनाते हुए एनडीटीवी पर 24 घंटे का प्रतिबंध लगाया है . सोशल मीडिया पर इसे अघोषित आपत्काल भी बताया जा रहा है।
शुक्रवार को एनडीटीवी इंडिया पर प्रसारित हुआ रवीश कुमार का शो ‘प्राइम टाइम’ है जिसमें सवाल ही ये था कि जब सवाल नहीं पूछे जाएंगे तो क्या करेंगे? तबसे ही रविश कुमार और शुक्रवार को शो में इस्तेमाल हुई पंक्ति बाग़ों में बहार ट्विटर पर ट्रेंड कर रहे हैं.
#बागों_में_बहार_है के साथ बीस हज़ार से ज्यदा ट्वीट किए जा चुके हैं और यह पूरी दुनिया में ट्रेंड हो रहे मुद्दों में शामिल है.
लोग इस पंक्ति का इस्तेमाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना और उनकी सरकार की तानाशाही रवैये पर निशाना साधने के लिए कर रहे हैं.