आप ने तरक़्क़ी करली , चीन केलिए ओबामा का रिमार्क

न्यूयॉर्क 21 जनवरी ( पी टी आई ) चीन की मआशी तरक़्क़ी को लग भग यक़ीनी समझते हुए अमरीकी सदर बराक ओबामा ने बैन उल-अक़वामी नौइयत के फ़वाइद वज़ा करने पर ज़ोर दिया है जो एशिया । पेसेफिक ख़ित्ते में तमाम उभरती मईशतों केलिए मुश्तर्क हूँ । ओबामा ने टाइम मैगज़ीन को इंटरव्यू में कहा कि जो कुछ हम ने चीन पर वाज़ेह करने की कोशिश की है वो यही है कि देखिए , आप तरक़्क़ी करचुके हैं ।

आप पहले ही ज़मीन पर सब से ज़्यादा आबादी वाले मुल्क हो , दुनिया में आप ख़ुद को सब से बड़ी यह अगली सब से बड़ी मईशत समझ सकते हो और जल्द ही यक़ीनी तौर पर आप सब से बड़ी मईशत होसकते हो । ओबामा ने ये वाज़ेह इशारा देते हुए कि अमरीका बहर-ए-उलकाहिल ख़ित्ते में एक ताक़त के तौर पर बरक़रार रहना चाहता है , ज़ोर दिया कि इस ख़ित्ते केलिए हर किसी को यकसाँ क़वाइद के मुताबिक़ अमल करना होगा ।

हर किसी को बैन उल-अक़वामी उसूलों की तामील करनी होगी और चीन केलिए कोई इस्तिस्ना नहीं । अमरीकी सदर ने चीन के ताल्लुक़ से कहा कि आप किसी और के मुक़ाबिल सब से ज़्यादा मिक़दार में वसाइल से इस्तिफ़ादा कररहे हो और इस तनाज़ुर में चाहे बहरी मसाइल हो या तिजारती मसाइल हो आप सिर्फ अपने मुफ़ाद केलिए बहतरीन इक़दामात नहीं करसकते ।

आप को दीगर तमाम ममालिक के मफ़ादात को भी मल्हूज़ रखना होगा । ओबामा ने निशानदेही की कि चीन के साथ टकराव की वजह ये है कि एशियाई मुलक हनूज़ ख़ुद को तरक़्क़ी पज़ीर मईशत समझता है जबकि वो कई महाज़ो पर दूसरों को पीछे छोड़ रहा है । इस लिए चीन को अब मसावात के आफ़ाक़ी उसूलों के मुताबिक़ काम करना होगा ।