आफत ओ इस्मत की हिफ़ाज़त के लिए मुस्लिम ख़वातीन की तरह पर्दा करें

थनजाव। 03 जनवरी: टामलनाडो में मदूराई मठ के सरबराह अरूना गेरनाथा सिरी गिनाना समबनदा आचार्य स्वामी गुल ने जो मदूराई अधीनम के नाम से मशहूर हैं, ख़वातीन से अपील की है कि वो इस्मत रेज़ि की शिकार होने से बचने के लिए मुस्लिम ख़वातीन की तरह परदे का एहतिमाम करें और ख़ुद में डसपलीन पैदा करें।

मदूराई आधीनम ने मुल्क में जिन्सी हमलों के बढ़ते हुए वाक़ियात पर गहिरी तशवीश का इज़हार करते हुए कहा कि ख़वातीन पर जिन्सी हमलों को रोकने के लिए मज़ीद सख़्त क़वानीन वज़ा किए जाएं।

मदूराई आधीनम ने अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए कहा कि ख़वातीन को अवामी मुक़ामात पर तहफ़्फ़ुज़ के लिए नसीहत की कि उन्हें चाहीए कि फ़ैशन परस्ती के शिकार होते हुए अरयाक़ लिबास के इस्तेमाल से इजतिनाब करें और एसा लिबास इख़तियार करें जो हमारे जिस्म को अच्छी तरह छिपा सकता है।

ख़वातीन सिर्फ़ अपने शौहरों को ही ख़ूबसूरती-ओ-जिस्म दिखाएंगे लेकिन मदूराई अधीनम की नसीहत को टामलनाडो में मुख़्तलिफ़ गोशों से मुख़ालिफ़त और एहतिजाज का सामना करना पड़ा, जिन में सी पी आई और सी पी आई एम भी शामिल हैं जिन्हों ने ब्रहमी का इज़हार करते हुए कहा कि ख़वातीन के तहफ़्फ़ुज़ के लिए स्वामी जी ने क़ुरून-ए-वुसता के नज़रियात का इज़हार किया है।