आबरू रेज़ी और क़त्ल का मुलजिम सद्दाम गिरफ्तार

रांची 27 अप्रैल : डोरंडा के दर्जी मुहल्ले में मासूम बच्ची के साथ आबरू रेज़ी के बाद क़त्ल के मामले में पुलिस ने अहम् मुलजिम मो. सद्दाम को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं मो. तौफिक और मो. रिजवान को हिरासत में लिया गया है। सद्दाम डोरंडा के कुरैशी मुहल्ला का रिहायसी है। वह बच्ची के घर के दरवाजे के पास छावनी में गोस्त फरोख्त का काम करता था। रिजवान और मौ तौफिक दरजी मुहल्ला का रिहायसी है। पुलिस ने बुध की रात ही मो सद्दाम के वालिद को हिरासत में लिया था, जिसके बाद कसाई मुहल्ला के लोगों के दबाव में मो. सद्दाम को पुलिस के सामने लाया गया। जुमेरात को मुलजिम से दिन भर पुलिस पूछताछ करती रही। पुलिस डीएनए टेस्ट और स्वाप टेस्ट के इंतजार में है। पुलिस ने रिजवान को शहर के बाहर नहीं जाने के शर्त पर रिहा कर दिया है।

दहशत में स्कूल नहीं गयी दर्जी मुहल्ला की लड़कियां

डोरंडा में हुई वाकिया के बाद पूरे मुहल्ले में दहशत का माहौल है। जुमेरात को मुहल्ले की लड़कियां स्कूल और कॉलेज नहीं गयीं। अहले खाना का कहना था कि वाकिया के बाद दहशत की वज़ह उन्होंने अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजा।

अजलास कर अमन बनाये रखने की अपील

डोरंडा पंचायत के लोगों ने जुमेरात को दर्जी मुहल्ले में जुमा नमाज़ के बाद अजलास की। इस अजलास में मुहल्ले के रौशन ख्याल लोग शामिल हुए। अजलास में लोगों से अमन बनाये रखने की अपील की गयी। पंचायत के अरकान ने कहा कि हमें धरना-कारकर्दगी से दूर रहना है, पुलिस अपना काम कर रही है। अजलास में पुलिस को हर मुमकिन तावून देने की बात कही गयी। कुछ लोगों का कहना था कि इस वाकिया को लेकर कुछ लोग सियासत करने की कोशिश में हैं। इस मौके पर मो. मुद्दसर, मो. गुड्डू, मो. अंजार अहमद सहित बड़ी तादाद में लोग मौजूद थे।

पूरे शहर में सिक्यूरिटी के इन्तेज़ामात

डोरंडा का वाकिया को देखते हुए पुलिस इंतेजामिया की तरफ से पूरे शहर के हेसास इलाकों में सिक्यूरिटी के पुख्ता इंतजाम किये गये थे। डोरंडा के दर्जी मुहल्ला में सुबह से ही रैप और जिला पुलिस फ़ोर्स की तैनाती कर दी गयी थी। वहीं डोरंडा थाने में रैप के ख्वातीन पुलिस की एक कंपनी तैयार रखा गया था।

दोपहर में रोड जाम की कोशिश

डोरंडा की वाकिया के खिलाफ में जुमेरात के दोपहर परस टोली के कुछ नौजवानों ने सड़क जाम करने की कोशिश किया. बाद में डोरंडा पंचायत के लोगों ने मुदाख्लत किया और लोगों को रोड जाम करने से रोका।

चौक चौरोहे पर दी जाय सजा

गमगीन खानदान को तसल्ली देने जुमेरात को आजाद बस्ती के मसजिद-ए-बलाल के मौलाना तलहा नजबी भी पहुंचे थे। उनके साथ मोइजुर रहमान, मो. इसलाम और फरीदा परवीन भी थीं। उनलोगों ने मुलजिम को पकड़ कर आवामी मकाम पर सजा देने की मांग की, ताकि ऐसे लोगों को सबक मिल सके।

मुलजिम हमारे हवाले किया जाय : सकीला

वाकिया के बाद बच्ची की वाल्दा काफी मर्माहत है। उन्होंने कहा कि मुलजिम को पकड़ कर उनके हवाले किया जाये, ताकि वह उसे अपने तरीके से सजा दे सके। बिलखती वाल्दा कह रही थी कि उसकी मासूम बच्ची पर हैवानों को तरस तक नहीं आयी।

बंद रही दुकाने
डोरंडा की वाकिया के खिलाफ में जुमेरात को मेन रोड और दरजी मुहल्ले की ज्यादातर दुकानों को बंद रखा गया।