अल रशीद एजुकेशन अंडर वेल्फेयर ट्रस्ट के जेरे एहतेमाम तहफ़्फुज़ जम्हूरियत कोन्वेंशन का एनकाद आज इंसान स्कूल ग्राउंड में मुनक्कीद हुआ जिसमें मारूफ़ ओलमाए कराम ने शिरकत की। प्रोग्राम की सदारत मौलाना ईदरीश ने की। इस मौके पर मौलाना सुलेमान नदवी, प्रोफेसर अख्तर अलवासिह, अख्तर अलईमान, मुफ़्ती अकील साहब, मुफ़्ती महफूजुर्रहमान वगैरह ने खिताब किया।
कोन्वेंशन में कई कारकरदगी मंजूर की गयी जो इस तरह है। मुसलमानों को उनकी आबादी के तनासिब से हर शोबे में नुमायंदगी दी जाये और उनकी राह में जो भी रुकावटें हैं, इसे दूर किया जाये। इस के साथ ही उन्हें इंतेहाई पसमांदा करार दिया जाए। दफा 341 में तरमीम करके मजहब की क़ैद खत्म की जाये। इजलास में फिरका परस्त अनासिर की तरफ से रिज़र्वेशन के मसले को फिरकावाराना रंग देने की मुजमत की गयी के मुसलमानों के लिए जो मजहब की बुनियाद पर रेजर्वेशन का मुताल्बा किया जा रहा है, जब के ऐसा नहीं है।
मुल्क के दबे कुचले और इंतेहाई पसमांदा तबकात को क़ौमी धारे से जोड़ने के लिए रिज़र्वेशन की ज़रूरत क़याम जम्हूरियत के साथ ही महसूस की जाने लगा था। इजलास में मुताल्बा किया गया के मर्कज़ी हुकूमत रंगनाथ मिश्रा कमीशन की रिपोर्ट को पार्लियामेंट में पेश करके इसकी सिफ़ारिशात को नाफ़िज़ करे। इन्सदाद फिरकावाराना फसादात और उनके मुतासीरीन को मसावि मुआवजा की अदायगी के लिए ऐसा मौसर कानून बनाया जाए जो मजहबी या अक्लियती व अकसरियती तफ़रीक़ से बिला तर हो। मजुज़ा इन्सदाद फसाद बिल के मसौदे पर अगर किसी जानिब से कोई एतराज़ हो तो इसे जल्द अजल्द बाहमी मुजाकरत के जरिये हल किया जाये।