हैदराबाद 08 नवंबर: चीफ़ मिनिस्टर के चन्द्रशेखर राव ने बानी रोज़नामा सियासत आबिद अली ख़ां साहिब मरहूम से अपने क़रीबी तालुकात का तज़किरा किया और कहा कि उन्हें अक़लियतों की तरक़्क़ी और उर्दू ज़बान के फ़रोग़ में ख़ुसूसी दिलचस्पी थी। कैंप ऑफ़िस में मुनाक़िदा आला सतही मीटिंग में चीफ़ मिनिस्टर ने अक़लियतों की तालीमी तरक़्क़ी के हवाले से मरहूम आबिद अली ख़ां का ज़िक्र किया।
उन्होंने बताया कि 1986 में जब एन टी आर हुकूमत थी उसवक़्त सिद्दिपेट में इक़बाल मीनार के इफ़्तेताह और शादी ख़ाने की संग-ए-बुनियाद तक़रीब में आबिद अली ख़ां मरहूम को मदऊ किया गया था।
उन्होंने कहा कि रियासत में पहला इक़बाल मीनार सिद्दिपेट में तामीर किया गया जिसके बाद हैदराबाद में भी इसी तर्ज़ पर इक़बाल मीनार की तामीर अमल में लाई गई। पहला इक़बाल मीनार हिन्दुस्तान में लखनऊ में तामीर किया गया।
चीफ़ मिनिस्टर ने कहा कि मरहूम आबिद अली ख़ां साहिब से उनके क़रीबी तालुकात थे और वो उर्दू और अक़लियतों के बारे में उनके जज़बा की हमेशा क़दर करते रहे। ये दूसरा मौक़ा है जब के सी आर ने आला सतही मीटिंग में आबिद अली ख़ां साहिब मरहूम से अपनी वाबस्तगी का ज़िक्र किया।