आबिद अली ख़ान एजूकेशनल ट्रस्ट के इमतेहानात उर्दू दानी

हैदराबाद 01 जूलाइ: आबिद अली ख़ान एजूकेशनल ट्रस्ट के ज़ेर-एहतेमाम आज उर्दू दानी ,ज़बान दानी और इंशा के इमतेहानात पुर सुकून माहौल में कामयाबी के साथ मुनाक़िद किए गए।

इमतेहानात में ये ख़ास बात देखने में आई कि ग़ैर उर्दू दां अफ़राद में उर्दू ज़बान सीखने की जुस्तजू और लगन हैरतअंगेज़ रही जिस से ये साबित होता हैके उर्दू ज़बान का मुस्तक़बिल रोशन रहेगा और ये ज़बान ज़िंदा जावेद रहेगी।

अगर चेके बाअज़ गोशों से जबानी तास्सुब@ का निशाना बनाया जा रहा है लेकिन आबिद अली ख़ान एजूकेशनल ट्रस्ट और दुसरे रज़ाकाराना तंज़ीमों की कोशिशों से उर्दू ज़बान तरक़्क़ी की सिम्त गामज़न है।

चुनांचे आज के इमतेहानात में हैदराबाद-ओ-सिकंदराबाद में वाक़्ये 72 मराकज़ में जुमला 4760 तलबा बिलतर्तीब उर्दू दानी 2213, ज़बानदानी 1612 और इंशा में शिरकत की जबकि आंध्र प्रदेश के मुख़्तलिफ़ अज़ला में क़ायम 52 मराकज़ में बिलतर्तीब उर्दू दानी 1136 ,ज़बानदानी 782 और इंशा 582 जुमला 2500 तलबा शरीक रहे।

दुसरी रियास्तों में वाक़्ये 6 मराकज़ पर जुमला 567 तलबा ने ये इमतेहानात तहरीर किए। उन तलबा की मुकम्मिल तादाद 7827 दर्ज की गई।

हैदराबाद दक्कन में उर्दू की तरक़्क़ी-ओ-तरवीज सारे हिन्दुस्तान के लिए बाइस-ए-फ़ख़र है और उर्दू की शम्मा को रोशन रखने का सहरा हैदराबाद के दर्द मंदान उर्दू के सर जाता है जो इस ज़बान की हिफ़ाज़त के लिए हर वो इक़दाम करने तैयार हैं जो कि उर्दू की तरक़्क़ी-ओ-तरवीज के लिए कारआमद साबित हो।

प्रोफ़ैसर एसए शकूर मोतमिद इदारा अदबीयात ने महबोबीह इस्लामी स्कूल निज़द बंगला बीनी देबीरपूरा और मुदर्रिसा दयनीय रशीद ये-ओ-शाह हुसैन वाक़्ये अलावह बीबी देबीरपूरा हैदराबाद में आबिद अली ख़ां एजूकेशनल ट्रस्ट के ज़ेर-ए‍एहतेमाम उर्दू दानी ,ज़बान दानी ,इंशा के मौके पर मुआइना क्या।

क़ारी मुहम्मद दस्तगीर ख़ां कादरी नाज़िम मुदर्रिसा ने मुआइना करने वालों का इस्तेक़बाल क्या । अली उद्दीन आरिफ़ , सयद अब्बू ताहिर , सयद अबु-अल-ख़ैर जावेद , मुहम्मद ग़ौस उद्दीन इस सेंटरज़ पर मौजूद थे और तलबा-ओ- तालिबात की उर्दू से दिलचस्पी को प्रवान चढ़ाने की काविशों की रहनुमाई कररहे थे।

महबोबीह इस्लामी स्कूल से एक क्रिस्चन उम्मीदवार जिन की उम्र 29 साल है और नाम बी ज्योति बी जोसफ की दिलचस्पी ने मुंतज़मीन को हैरान कर दिया। मुंतज़मीन ने उनके इस इमतेहान में शरीक होने पर ख़ुशनुदी का इज़हार क्या।