आमिर अली ख़ान वाई एस आर कांग्रेस में शामिल

दो शख्सियतों की तीन दहों पर मुश्तमिल दोस्ती ने आज उस वक़्त एक नया मोड़ इख़तियार किया जब दोनों दोस्तों ने अवामी मसाइल की यकसूई और फ़लाह-ओ-बहबूद के मक़सद से सियासी राह पर एक साथ आगे बढ़ने का फैसला किया है।

न्यूज़ एडीटर रोज़नामा सियासत आमिर अली ख़ान ने आज वाई एस आर कांग्रेस पार्टी में शमूलीयत इख़तियार करली। आमिर अली ख़ान ने सदर वाई एस आर कांग्रेस जगन मोहन रेड्डी से उनके घर् लोटस पोंड पहूंच कर मुलाक़ात की और एक घंटे तक उन से तबादला ख़्याल के बाद पार्टी में शमूलीयत इख़तियार करली।

ज़राए का ताहम कहना है कि जगन मोहन रेड्डी एक तवील वक़्त से आमिर अली ख़ां से राबिता में थे और उन्हें पार्टी में शामिल होने की तरग़ीब दे रहे थे।

आमिर अली ख़ान ने जगन मोहन रेड्डी से मुलाक़ात के बाद कहा कि उन्होंने रियासत के तमाम तीनों ही इलाक़ों में मुसलमानों की बेहतरी और फ़लाह-ओ-बहबूद के मक़सद से वाई एस आर कांग्रेस में शमूलीयत इख़तियार की है।

उन्होंने रियासत के तीनों इलाक़ों के मुसलमानों के मुतालिबात पर मुश्तमिल एक तफ़सीली रिपोर्ट जगन मोहन रेड्डी को पेश की है और जगन ने मुस्लिम बिरादरी के तमाम मुतालिबात की यकसूई से इत्तिफ़ाक़ किया है।

अलाहीदा रियासत तेलंगाना के ताल्लुक़ से जगन के मौक़िफ़ के ताल्लुक़ से सवाल पर आमिर अली ख़ान ने कहा कि तेलंगाना उनकी नसल में है उनकी 9 पीढ़ियां नसल दर नसल तेलंगाना ही में रही हैं। इस के बावजूद रियासत के तीनों इलाक़ों में रहने वाले मुसलमानों के मुफ़ादात की ख़ातिर उन्होंने वाई एस आर कांग्रेस में शमूलीयत इख़तियार की है।

उन्होंने कहा कि तेलंगाना रायलसिमा और साहिली आंध्र में रहने वाले मुसलमानों की फ़लाह-ओ-बहबूद अलाहिदा रियासत तेलंगाना के क़ियाम के बाद भी अहमियत की हामिल है।

आमिर अली ख़ान ने कहा कि मुस्लमान रियासत की जुमला आबादी में 9.2 फ़ीसद हिस्सा रखते हैं। तेलंगाना बिशमोल हैदराबाद में उनकी आबादी का तनासुब 12.4 फ़ीसद हो जाएगा ।

रायलसिमा इलाके में मुसलमान 12.5 फ़ीसद हैं। ताहम साहिली आंध्र में मुसलमानों की आबादी सिर्फ़ 4.1 फ़ीसद है । अलाहिदा रियासत तेलंगाना की तशकील के बाद तेलंगाना इलाके में मुसलमानों की आबादी के तनासुब में इज़ाफ़ा होगा इसे में यक़ीनी तौर पर इन का फ़ायदा होगा।

ताहम आंध्र में मुसलमानों का नुक़सा नहूगा। रायलसिमा के मुसलमानों का तनासुब घट कर 6.9 फ़ीसद होजाएगा जो अब इलाके में 12.5 फ़ीसद है। इसे में सीमांध्र इलाके में रहने वाले मुसलमानों को भी नज़रअंदाज किया जा सकता है।

आमिर अली ख़ान ने कहा जगन मोहन रेड्डी से उनकी 30 साल से दोस्ती है और वो कभी कभार सियासत पर भि बात चीत करते थे। जगन चाहते थे कि कुछ मुस्लिम क़ाइदीन मुस्लिम मसाइल को लेकर आगे बढ़ीं ना सिर्फ़ तजावीज़ पेश करें।

उन्होंने मुझे पार्टी में शमूलीयत इख़तियार करने की पेशकश की थी जो में ने इस शर्त के साथ क़बूल की के वो रियासत के तमाम इलाक़ों में रहने वाले मुसलमानों की बेहतरी और फ़लाह-ओ-बहबूद के लिए संजीदगी के साथ इक़दामात करेंगे।

जगन मोहन रेड्डी के मजलिस के सदर असद उद्दीन उवैसी से ताल्लुक़ात से मुताल्लिक़ एक सवाल के जवाब में आमिर अली ख़ान ने कहा कि दोनों की दोस्ती होसकती है लेकिन उन्होंने सिर्फ़ मुस्लिम बिरादरी के एजंडा के साथ पार्टी में शामिल होने का फैसला किया
है।

आमिर अली ख़ान ने एक सवाल के जवाब में बताया कि अख़बार की पॉलीसी एक अलग मसला है। अख़बार अपनी पालिसीयों के मुआमला में बिलकुल आज़ाद इदारा है लेकिन उन्होंने शख़्सी तौर पर रियासत के तीनों इलाक़ों में रहने बसने वाले तमाम मुसलमानों के मसाइल की यकसूई को यकिनी बनाने और उनके मुफ़ादात का तहफ़्फ़ुज़ करने के मक़सद से वाई एस आर कांग्रेस पार्टी में शमूलीयत इख़तियार की है। एक सवाल के जवाब में आमिर अली ख़ान ने आइन्दा चुनाव में मुक़ाबला का इमकान मुस्तर्द नहीं किया है ताहम उन्होंने कहा कि इस ताल्लुक़ से क़तई फैसला मुनासिब-ए-वक़्त पर किया जाएगा।