आम आदमी पार्टी के बारे में फ़ैसला: वज़ीर-ए-आज़म

आम आदमी पार्टी के दिल्ली इंतेख़ाबात में हैरतअंगेज़ मुज़ाहिरे के बारे में अपना अव्वलीन तबसरा करते हुए वज़ीर-ए-आज़म ने कहा कि अवाम के फ़ैसले का एहतेराम करना ज़रूरी है और अभी नई पार्टी के तजुर्बा कामयाब होंगे या नहीं इसका फ़ैसला वक़्त से पहले। डाक्टर मनमोहन सिंह ने जिन की हुकूमत को करप्शन के मसले पर सख़्त तन्क़ीद का सामना है एतराफ़ किया कि ये एक मसला है और आम आदमी पार्टी करप्शन के ख़ातमे के बारे में उनके दावे की बिना पर कामयाब होसकी है।

उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान की अवाम ने दिल्ली में आम आदमी पार्टी पर एतिमाद ज़ाहिर किया है। उनके ख़्याल में हमें जमहूरी अमल का एहतेराम करना चाहिए। वो आम आदमी पार्टी की क़ौमी दार-उल-हकूमत में इंतेख़ाबी कामयाबी के बारे में सवाल का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि वक़्त ही बताएगा कि इन में तजुर्बा करने की और चैलेंजों से निमटने की सलाहीयत है या नहीं।

हमारी मईशत और सियासत के मुख़्तलिफ़ चेहरे हैं। अभी कुछ कहना इ‍तेहाई क़बल अज़ वक़्त है क्योंकि आम आदमी पार्टी हुकूमत को एक हफ़्ता भी पूरा नहीं हुआ है उन्हें वक़्त दिया जाना चाहिए और अपने आप को दुरुस्त साबित करने का मौक़ा भी दिया जाना चाहिए। हालिया दिल्ली असेम्बली इंतेख़ाबात में 70 नशिस्ती असेम्बली में से 28 नशिस्तों पर आम आदमी पार्टी ने क़बज़ा कर लिया है।

उनके बुनियादी नारे करप्शन की मुख़ालिफ़त और क़ीमतों में इज़ाफे के ख़िलाफ़ जद्द-ओ-जहद थे। वज़ीर-ए-आज़म ने कहा कि करप्शन से निमटना आसान नहीं है। मुख़्तलिफ़ सियासी पार्टीयों को मुत्तहदा तौर पर इसका मुक़ाबला करना होगा। क़ीमतों में इज़ाफे के बारे में उन्होंने एतराफ़ किया कि असेम्बली इंतेख़ाबात में कांग्रेस की नाकामी का ये भी एक वजह‌ था।