आम आदमी यूं ही मरते रहेंगे : तास्सुरात

कोलकता, 02 मार्च: कोलकता के AMRI हॉस्पिटल आतिशज़्दगी में बच जाने वाले और उन के अरकान ख़ानदान को इस बात का अंदेशा है कि वो दो रोज़ पहले शहर की एक मार्किट में आतिशज़्दगी के वाक़िये में मुलव्विस ख़ाती भी इस तरह आज़ाद घूमेंगे जिस तरह AMRI हॉस्पिटल आतिशज़्दगी के ख़ाती आज़ाद घूम रहे हैं।

दो रोज़ पहले एक मार्किट में आतिशज़्दगी के वाक़िये में 19 अफ़राद हलाक होगए थे। दिसम्बर 2011 की भयानक आतिशज़्दगी सराधनदोरे के सुसर हलाक होगए थे। इस ने आज अपने ख़्यालात का इज़हार करते हुए कहा कि AMRI आतिशज़्दगी वाक़िया की तरह कुछ लोगों की गिरफ़्तारी अमल में आएगी और कुछ अर्से बाद सब की ज़मानत मंज़ूर हो जाएगी।

याद रहे कि AMRI आतिशज़्दगी में 90 अफ़राद हलाक हुए थे। यहां इस बात का तज़किरा भी ज़रूरी है कि AMRI हादिसे के बाद रियासत की बेशतर इमारतों में हिफ़ाज़ती इक़दामात करने ख़ुसूसी तौर पर आग से तहफ़्फ़ुज़ के इंतिज़ामात को क़तईयत देने दो कमेटियां तशकील दी गई थीं, लेकिन इस हादिसे ने हुकूमत की क़लई खोल दी और पता चल गया कि हुकूमत ने तहफ़्फ़ुज़ के कोई इक़दामात नहीं किए, तो आम आदमी यूं ही मरते रहेंगे।