आम इंतिख़ाबात के बाद चीफ मिनिस्टर और स्पीकर को सियासी सन्यास लेना पड़ेगा

चीफ मिनिस्टर और स्पीकर को आइन्दा इंतिख़ाबात के बाद सियासी सन्यास लेना पड़ेगा चूँकि अवाम उन के तर्ज़े अमल को कभी माफ़ नहीं करेंगे। रुक्न असेंबली तेलुगु देशम पार्टी ई दियाकर राव ने आज स्पीकर असेंबली एन मनोहर के तर्ज़े अमल और तरीकेकार को सख़्त तन्क़ीद का निशाना बनाते हुए कहा कि स्पीकर और चीफ मिनिस्टर ने सियासी मुफ़ादात के हुसूल के लिए आंध्र प्रदेश तशकील जदीद बिल 2013 को मुस्तर्द किया है।

उन्हों ने बताया कि आज स्पीकर असेंबली ने जिस अंदाज़ में कार्रवाई चलाई उस से अंदाज़ा होता है कि वो किस हद तक गैर दस्तूरी इक़दाम के मुर्तक़िब हुए हैं। ई दियाकर राव ने बताया कि असेंबली क़्वानीन की धारा 77 के तहत चीफ मिनिस्टर की जानिब से दी गई नोटिस को क़ुबूल करते हुए स्पीकर ने अवाम को धोका दिया है। उन्हों ने बताया कि स्पीकर का ये इक़दाम उन के वालिद एन भास्कर राव के इक़दाम की याद ताज़ा कर रहा है।

जिन्हों ने आँजहानी एन टी रामा राव को धोका देते हुए रियासत में इक़्तेदार हासिल किया था। तेलुगु देशम रुक्ने असेंबली ने स्पीकर की जानिब से नोटिस की मंज़ूरी के लिए अख़्तियार कर्दा तरीकेकार की सख़्त मुज़म्मत करते हुए कहा कि स्पीकर ने तारीख दुहराते हुए धोका बाज़ी की यादें ताज़ा करदी हैं।

तेलंगाना तेलुगु देशम अरकाने असेंबली ने स्पीकर की जानिब से अख़्तियार कर्दा रवैया को आमिराना क़रार देते हुए कहा कि सीमा आंध्र साज़िशों को अमली जामा पहनाने वाले क़ाइदीन को तेलंगाना अवाम माफ़ नहीं करेंगे।