अपनी हिक्मते अमलियों के लोक सभा इंतेख़ाबात से पहले अफ़शा-ए-होजाने के ख़ौफ़ से नक्सलाइटस अवाम पर गहिरी नज़र रखे हुए हैं जो मुख़्बिरी का काम करसकते हैं और मोबाईल फोन्स इस्तेमाल करते हुए उसकी इत्तेलाआत देहातों से जो नक्सलाइटस के मुस्तहकम गढ़ बिस्तर में वाक़्य हैं, मुंतक़िल करसकते हैं।
शोरिश ज़दा चंद इलाक़ों में जो अभोजी माद के बेशतर इलाक़ों पर ज़िला नारायण पुर में वाक़्य हैं, मोबाईल फ़ोन इस्तेमाल करने वालों से उन के मोबाईल फ़ोन जमा करवा देने की हिदायत दी जा रही है और तैक़ून दिया जा रहा है कि लोक सभा इंतेख़ाबात के बाद उन के फ़ोन वापिस करदिए जाऐंगे।
ये हिक्मत-ए-अमली इंतेख़ाबात से पहले अपने मंसूबों को पोशीदा रखने की नक्सलाइट्स की एक कार्रवाई समझी जा रही है। एन्टुली जिन्स ब्यूरो के एक ओहदेदार ने कहा कि नक्सलाइटस के बिस्तर में मुवासलाती टावर्स पर हमले आम बात होगए हैं। लेकिन अब तक इस किस्म का इक़दाम जैसे देहातियों से मोबाईल फोन्स हासिल करने का नहीं देखा गया।
नक्सलाइट्स ने ये हम माद के इलाक़ा में कुटिल पारा, आरशा मीता, कुटिल और दीगर कई देहातों में शुरू कर रखी है। हालाँकि इस इलाक़े में मोबाईल टाओरस बेहतर कम हैं लेकिन बाज़ पहाड़ी इलाक़ों में मोबाईल नैटवर्क मौजूद है और ये इलाक़े फ़ौज और देहातियों दोनों के ज़ेर-ए-इस्तेमाल हैं।