नई दिल्ली: संसद का पिछला सत्र नोट बंदी के मुद्दे को लेकर हंगामे की भेंट चढ़ गया था. अब संसद के शीतकालीन सत्र में भी उत्तर प्रदेश सहित 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव है तो ऐसे में संसद में सरकार और विपक्ष के बीच तनातनी हो सकती है इस के मद्दे नज़र लोकसभा की स्पीकर सुमित्रा महाजन ने सत्र के पहले दिन यानी 30 जनवरी को सर्वदलीय बैठक बुलाई है.
अमर उजाला के अनुसार, विपक्षी पार्टी चुनाव कार्यक्रम घोषित होने के बाद 1 फरवरी को पेश होने वाले आम बजट पर ऐतराज जता रही है. इस मुद्दे पर सरकार और विपक्ष के बीच जारी सियासी तनातनी के बीच लोकसभा की स्पीकर सुमित्रा महाजन ने 30 जनवरी को सर्वदलीय बैठक बुलाई है ताकि संसद को सुचारू ढंग से चलाया जा सके. संसद का पिछला सत्र भी नोट बंदी के विवाद के कारण हंगामे की भेंट चढ़ गया था.
विपक्ष विधान सभा चुनाव से पहले बजट पेश किये जाने को लेकर पहले ही एतराज जता चुकी है. चुनाव आयोग से रोक लगाने की मांग के साथ-साथ सुप्रीम कोर्ट में भी इस मुद्दे को लेकर याचिका दायर की गई थी. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने वह याचिका ख़ारिज कर दी थी.
लेकिन इस दौरान चुनाव आयोग ने चुनावी राज्यों से जुड़े लोकलुभावन योजनाओं की घोषणा से सरकार को परहेज करने निर्देश दिया है.
बता दें कि विपक्ष का आरोप है कि आम बजट में नीतिगत घोषणाओं का सीधा असर अन्य राज्यों के साथ-साथ चुनावी राज्यों पर भी पड़ेगा.