आम हड़ताल के सबब 108 की एमरजैंसी ख़िदमात भी महिदूद

हैदराबाद । 4 । अक्टूबर : ( सियासत न्यूज़ ) : हुकूमत आंधरा प्रदेश की जानिब से शहरीयों की तिब्बी ख़िदमात फ़राहम करने के लिए चलाई जाने वाली 108 एमरजैंसी सरवेस जो गुज़शता 20 दिनों से मफ़लूज होचुकी हैं अब ये दुबारा आज से शुरू की जाएंगी क्यों कि इस ख़िदमात से वाबस्ता 4000 मुलाज़मीन ने अपनी हड़ताल वापिस ले ली है । 108 सर्विसेस मुख़्तलिफ़ फ़लाही असकीमात में से एक है जिसे मरहूम वाई ऐस आर ने शुरू किया था और इस ने लोगों की तवक़्क़ुआत से भी बेहतर ख़िदमात अंजाम दी हैं । 108 सर्विसेस का आग़ाज़ 15 अगस्त 2005 को हुआ था । इस के तहत ई ऐम आर आई की 715 अम्बो लिनस ने 44,33,903 एमरजैंसी कसीस को हल किया और इस सर्विसेस ने 15 अगस्त 2010 तक 73226 अफ़राद की जानें बचाएं । अपनी इस हुसूलयाबी का ज़िक्र जी वे के ई ऐम आर आई ने अपनी पांचवें सालाना तक़रीब के मौक़ा पर गुज़श्ता साल की ओस्ता इस अम्बो लिनस ने रोज़ाना 3600 एमरजैंसी मुआमलात को हल करने की कोशिश की । इस के इलावा 53 अफ़राद की रोज़ाना ज़िंदगीयां बचाएं । आदाद-ओ-शुमार के मुताबिक़ देही इलाक़ों में रहने वाले अफ़राद को जारीया आम हड़ताल की वजह से सब से ज़्यादा नुक़्सान उठाना पड़ा है क्यों कि 80 फ़ीसद देही आबादी उन ख़िदमात से इस्तिफ़ादा करती है । रियासत में आम हड़ताल से क़बल 715 अम्बो लिनस लोगों की ख़िदमात के लिए मौजूद थीं ओस्ता रियासत में एक अम्बो लिनस रोज़ाना 5 कसीस और शहर हैदराबाद में 10 ता 20 कसीस मैं तिब्बी सहूलयात फ़राहम कराने का काम करती थी । इस आम हड़ताल की वजह से मैनिजमंट सिर्फ़ 30 अम्बो लिनस की ही यौमिया ख़िदमात हासिल करने का अहल हो पा रहा था ।।