पटना.आरएसएस के सरकार्यवाह भैयाजी जोशी के आरक्षण पर ताजा बयान के बाद सियासी घमासान मच गया है। सभी पार्टियों ने मिलकर संघ व भाजपा पर हमला बोला है। महागठबंधन के नेताओं ने जहां इसे संघ का असली चेहरा करार दिया। वहीं, एनडीए में भी इस मसले पर बिखराव होता दिख रहा है।
केंद्र सरकार में शामिल रालोसपा ने भी आरक्षण की वर्तमान प्रणाली से किसी प्रकार के छेड़छाड़ का कड़ा विरोध किया है। राजद विधानमंडल दल की नेता व पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने संघ के ताजा बयान की तीखी निंदा की। उन्होंने कहा कि आरक्षण प्रस्ताव के साथ किसी प्रकार का छेड़छाड़ नहीं होना चाहिए। वर्तमान स्वरूप में किसी प्रकार के बदलाव की कोशिश हुई तो जोरदार विरोध होगा। आरक्षण का लाभ सभी वर्ग को मिलना चाहिए। महिलाओं को आरक्षण के दायरे में लाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि न्यायपालिका में भी आरक्षण की व्यवस्था की जानी चाहिए। सिविल कोर्ट, हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट में भी आरक्षण की व्यवस्था की जानी चाहिए। वहीं बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता डाॅ. प्रेम कुमार ने आरएसएस के सुर में सुर मिलाते हुए कहा कि आरक्षण को समाप्त करने की बात ही नहीं हो रही है। लेकिन, जो लोग सशक्त हो गए हैं उन्हें अब आरक्षण के दायरे से बाहर होना चाहिए। इसके लिए आरक्षण के वर्तमान प्रावधान की समीक्षा जरूरी है। अभी जरूरतमंदों को आरक्षण का लाभ नहीं मिल पाता और लाभ कोई और ले जाता है। भाजपा नेता नंदकिशोर यादव ने कहा कि संघ के सरकार्यवाह के बयान में आरक्षण को लेकर कोई टिप्पणी नहीं है। आरक्षण का लाभ जरूरतमंदों को मिलना ही चाहिए।