मालेगाव ब्लास्ट मामला: RSS के हर नाजायज़ काम में साथ दे रही BJP

नई दिल्ली:  2008 के मालेगांव विस्फोट मामले में ५ आरोपी और साध्वी प्रज्ञा को एनआईए से क्लीन चिट मिल गई है। इस मामले में  आम आदमी पार्टी ने बीजेपी और आरएसएस पर गम्भीर आरोप लगाते हुए  कहा है  कि केंद्र सरकार आरएसएस और आरएसएस के नेताओं को बचाने के लिए ऐसा कर रही है।

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आम आदमी पार्टी के नेता आशीष खेतान ने कहा कि जब से बीजेपी सत्ता में  आई है यह इस तरह के आरएसएस और उसकेकार्यकर्ताओं के रूप में कट्टरपंथी हिंदू संगठनों से संबंधित आरोपी आतंकी को हर तरह बचाने की कोशिशें करती रहती है। उन्होंने आगे कहा कि मालेगांव विस्फोट मामले की चार्जशीट से साध्वी प्रज्ञा का नाम हटाकर और “शहीद” हेमंत करकरे की जांच को “संदिग्ध” कहकर  एनआईए उनकी बेइज्जती की  है। उन्होंने कहा कि जब सब सीनियर पुलिस अधिकारी छिप कर  बैठे हुए थे तब हेमंत करकरे बाहर जाकर आतंकवादियों से लड़े और शहादत हासिल की और एनआईए का उनकी शहादत का अपमान करना बहुत ही शर्मनाक बात है और इसके लिए एनआईए को  माफी मांगनी चाहिए। खेतान ने आरोप लगाया कि जब मक्का मस्जिद विस्फोट मामले की जांच भी  सीबीआई से एनआईए को सौंप दी गई थी, तब उस रिपोर्ट में साफ़ था कि है आरएसएस के कार्यकर्ता  और शीर्ष नेता आतंकी गतिविधियों में शामिल थे और उसकी जांच की जानी चाहिए।