विजयदशमी के मौके पर आज नागपुर में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत तकरीर दे रहे हैं| खास बात ये है कि मोहन भागवत की तकरीर दूरदर्शन पर दिखाया जा रहा है जबकि इससे पहले ऐसा कभी नहीं हुआ है कि किसी तंज़ीम की तकरीर या स्पीच को लाइव दिखाया जाए|
मोहन भागवत के स्पीच का लाइव अपडेट-
अभी 6 महीने भी नहीं हुए है लेकिन हमे वक्त समय देना होगा| हालात ऐसे नहीं है कि किसी के पास जादू की छड़ी हो और छूमंतर करके सब ठीक कर दे |
जब भी समाज के ऊपर कोई मुसीबत आती है तो समाज अपनी असल इत्तेहाद का तार्रुफ देता है| यही जम्मू कश्मीर में हुआ|
अभी बदलाव को 6 महीने पुरे नहीं हुए है लेकिन उनके कामों से जो इशारा मिल रहे है वो उम्मीद के लायक है-
किसी के एहतेराम को तश्खीस की कसौटी पर न रखें| सभी के अकीदे का एहतेराम करें|
सब मिलकर चले|सभी के अकीदे का एहतेराम करें| हिंदुस्तान के पास ही सबको जोड़ने का निज़ाम है|
कभी भी हमने किसी मूर्ति पूजने वालों की मूर्ति को तोडा नहीं| किसी के मज़हबी मुकामात को नही तोड़ा| किसी को नहीं बदला|
सब हमारे अपने हैं, सबको कुबूल करो, हिंदुस्तान में किसी से जोर जबरदस्ती नहीं है |
अपना स्वार्थ साधने की आड़ में परोपकार की बात की जाती है |
ज़ुबान अलग है तो हम अलग है| रहने की जगह अलग है तो हम अलग है
पहली कोशिश में ही मंगल पर पहुंचना बड़ी कामयाबी है
आपको बता दें कि जब तक कांग्रेस की सरकार रही है इस प्रोग्राम म को लाइव नहीं दिखाया जाता था| इतना ही नहीं इससे पहले भी जब एनडीए की हुकूमत थी तो इनके स्पीच को लाइव नहीं दिखाया था तो अब अचानक क्यों?
इस तकरीर को लाइव दिखाने पर इतिहासकार रामचंद्र गुहा ने ऐतराज़ जताया है| गुहा ने सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर लिखा है कि यह रियासत के मशीनरी का गलत इस्तेमाल है|
रामचंद्र गुहा ने आगे लिखा है- आरएसस एक फिर्कापरस्त हिंदू तंज़ीम है| अगली बार मस्जिद के इमाम और चर्च के पादरी भी लाइव दिखाने की बात करेंगे|
रामचंद्र गुहा ने आगे लिखा है- मैं उम्मीद करता हूं कि दूरदर्शन की तरफ से आरएसएस चीफ की तकरीर को लाइव कवर करने के खिलाफ कोई मुफाद ए आम्मा की अर्जी दायर करेगा| इसका एहतिजाज किया जाना चाहिए|
सबकी नजरेँ इस बात पर टिकी है कि मोहन भागवत महाराष्ट्र इंतेखाबात को लेकर क्या कुछ कहते हैं| इस बात को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है|