आरएसएस नेता के बयान पर हंगामा, माकपा ने दी चेतावनी

केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के खिलाफ विवादित बयान देने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की उज्जैन महानगर इकाई के प्रचार प्रमुख डॉ. कुंदन चंद्रावत अपनी घोषणा पर अडिग हैं, वहीं केरल मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के सचिव कोदियेरी बालकृष्णन ने कहा कि आरएसएस विजयन का बाल बांका भी नहीं कर पाएगा और उन्होंने संघ को माकपा से ना उलझने की चेतावनी दी।

 

इस विवादित बयान ने राज्य ही नहीं देश की सियासत में भूचाल ला दिया है। विपक्षी जहां हमलावर है, वहीं संघ ने अपने पदाधिकारी के बयान से किनारा कर लिया है। चंद्रावत ने संवाददाताओं से कहा कि उन्हें बुधवार के अपने बयान पर कोई पछतावा नहीं है। संघ की शाखा लगाने वालों की हत्या की जा रही है। उनका इनाम का ऐलान पीड़ितों के प्रति संवेदना है।

 
चंद्रावत ने कहा कि हिंदुओं के खून में शिवाजी का जज्बा नहीं रहा। मैं घोषणा करता हूं कि जो भी व्यक्ति केरल के मुख्यमंत्री का सिर काटकर लाएगा, उसे मैं अपनी संपत्ति से एक करोड़ रुपये का इनाम दूंगा। चंद्रावत के बयान की विपक्ष ने तीखी निंदा की है। मध्य प्रदेश माकपा के राज्य सचिव बादल सरोज ने गुरुवार को एक बयान जारी कर कहा कि संघ के पदाधिकारी का बयान अत्यंत आपत्तिजनक, आपराधिक और धमकी देने वाला है।

 
उम्मीद है कि प्रदेश की पुलिस इस मामले में समुचित कार्रवाई करेगी। बादल सरोज ने कहा कि आरएसएस से जुड़े भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के 13 लोग पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी के आरोप में हाल ही में मध्यप्रदेश में पकड़े गए हैं, वहीं इसी राज्य के नेता कैलाश विजयवर्गीय का नाम पश्चिम बंगाल में मासूम बच्चों की तस्करी के मामले में भी सामने आया है। देश के साथ गद्दारी और मनुष्यता विरोधी अपराधों में सिद्धहस्त संगठन (आरएसएस) से इतने ही घिनौने आचरण की उम्मीद की जा सकती है।