नई दिल्ली: जेएनयू स्टूडेंट्स यूनियन ने आज मांग की कि आरएसएस के हेडक्वार्टर पर भी ऊंचा झंडा फहराया जाना चाहिए. ये मांग यूनियन ने सरकार के उस आदेश के बाद की जिसमें हर सेंट्रल यूनिवर्सिटी को 207 फ़ीट ऊंचा झंडा फहराना होगा. HRD मंत्री स्मृति इरानी ने इसे ‘मज़बूत भारत’ के लिए ज़रूरी बताया था.
स्टूडेंट यूनियन की वाईस-प्रेसिडेंट शहला रशीद शोरा ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि “जेएनयू को कोई कितना ही ‘राष्ट्र-विरोधी’ प्रचारित करे, एडमिनिस्ट्रेशन ब्लाक पे यहाँ दशकों से झंडा फहराया जाता है. लेकिन ये जो राष्ट्रवाद है ये यूनिवर्सिटी के इलावा आरएसएस हेडक्वार्टर में भी होना चाहिए और भगवा झंडे को हटाकर वहाँ तिरंगा फहराना चाहिए”
उन्होंने कहा, “आरएसएस को हमेशा जेएनयू से परेशानी रही है और जैसे ही बीजेपी सरकार बनी वैसे ही यूनिवर्सिटी पे ‘राष्ट्रविरोधी’ होने का टैग लगा दिया गया. लेकिन हम एक हैं और यूनिवर्सिटी हमेशा से राष्ट्रवादी है”
जेएनयू स्टूडेंट्स यूनियन प्रेसिडेंट कनैय्या कुमार की गिरफ़्तारी के बाद से सरकार चारों तरफ़ से घिरी हुई है. हर तरफ़ से जेएनयू के लिए आ रहे समर्थन से सरकार घबरा हुई मालूम दे रही है.झंडा फहराने की बात को भी इसी हंगामे से जोड़ के देखा जा रहा है और लोगों का कहना है कि आख़िर हुकूमत को अभी ही ये क्यूँ याद आया.