आरटीसी घोटाले में सुपरिन्टेन्डेन्ट गिरफ़्तार

सेंट्रल क्राईम स्टेशन (सी सी ऐस ) पुलिस ने आर टी सी के एक साबिक़ सुपरिन्टेन्डेन्ट को लाखों रुपये के ग़बन के इल्ज़ाम में गिरफ़्तार करलिया।

बावसूक़ ज़राए ने बताया कि के देवाकर साल 2009 में उप्पल डिपो से सुपरिन्टेन्डेन्ट रुतबा पर तरक़्क़ी हासिल करते हुए मिधानी डिपो में सुपरिन्टेन्डेन्ट फाइनैंस की हैसियत से काम किया और तीन साल के वक़फे में इस ने मुबयना तौर पर लाखों रुपये का ग़बन किया।

ज़राए ने बताया कि सेंट्रल बस स्टेशन और कोठी बस स्टैंड वाक़्ये जुमला 16 स्टालस से हासिल किए गए किराए को स्टेट बैंक आफ़ इंडिया से गै़रक़ानूनी तौर पर हासिल करलिया। के देवाकर की गै़रक़ानूनी सरगर्मीयों की भिनक लगने पर रीजनल वीजलनस ऑफ़िस के ओहदेदारों ने इस सिलसिले में तफ़सीली तहक़ीक़ात की जिस में उन्हें ये मालूम हुआ कि साल 2012 में अपने ओहदे से सबकदोश होने के बाद भी वो आउटसौरसिंग पर इसी ओहदे पर फ़ाइज़ था और जुमला 39 लाख का मुबयना तौर पर ग़बन किया।

दिलसुखनगर बस डिपो के मैनेजर के दसरथ नाविक ने देवाकर के ख़िलाफ़ कंचनबाग़ पुलिस में दो दिन पहले शिकायत दर्ज करवाई थी।