हुकूमत तेलंगाना ने 125 मरब्बा गज़ तक अराज़ी को मुफ़्त बाक़ायदा बनाने के लिए जी ओ 58 जारी किया लेकिन इस पर अब तक पूरी तरह अमल नहीं हुआ है जिस की वजह से हज़ारों अफ़राद में बेचैनी पाई जाती है।
रेवेन्यू हुक्काम की हट धर्मी भी एक अहम रुकावट बन रही है। इस स्कीम से इस्तेफ़ादा के लिए 28 फ़रवरी आख़िरी तारीख़ थी और 16 हज़ार से ज़ाइद दरख़ास्तें मौसूल हुई हैं। हुकूमत दरअसल एम एलसी चुनाव से पहले ग़रीबों को ये आराज़ीयात फ़राहम करना चाहती थी लेकिन एसा ना होसका। ओहदेदारों ने मुक़र्ररा वक़्त तक ये काम ना करते हुए जहां रुकावटें खड़ी की थीं वो अब सर्वे के नाम पर इन दरख़ास्तों की तन्क़ीह कररहे हैं। इन का ये मौक़िफ़ हैके सर्वे का काम पूरा करने के लिए कम अज़ कम दो माह का अर्सा दरकार होगा। दरख़ास्त गुज़ारों को तवक़्क़ो हैके इस मुआमले में हुकूमत मुदाख़िलत करते हुए उन्हें राहत पहुंचाएगी।