हाल ही में हिंदुस्तान वापस लौटे आरिफ मजीद से अमरीकी खुफिया एजेंसी भी पूछताछ कर सकती हैं। एजेंसी का मानना है कि आरिफ आईएस के बारे में कई मालूमात दे सकता है। अमरीकी आईएस के खिलाफ मुसलसल जंग छेड़े हुए है और वह आरिफ के जरिए आईएस तंज़ीम का तरीकाकार और मुस्तकबिल के मंसूबे की जानकारी चाहता है।
आरिफ ने जांच में बताया कि आईएस का मेम्बर बनने के बाद उसे जंग पर न भेजकर पास के मोसुल बांध पर मजदूरी का काम कराया जा रहा था। यहां पर काम करते हुए एक हमले के दौरान वहज़ख्मी भी हो गया था। आरिफ ने बताया कि उसके व तीन दोस्तों के अलावा आईएस में उसकी मुलाकात एक दूसरे हिंदुस्तानी नस्ल के नौजवान से हुई थी, जो खाड़ी मुल्क से आया था।
इराक के एक युनिवर्सिटी से 40 किग्रा यूरेनियम की चोरी के मद्देनजर आईएस के पास एक खतरनाक बम होने का अंदेशा जताया गया है। आईएस ने खुद भी खतरनाक आलात होने का दावा किया है। इस दावे से इराक, सीरिया और दुनिया के दिगर हिस्सो में सेक्युरिटी फोर्स की फिक्र बढ़ गई हैं।