आरुषि केस: ‘सीबीआई का नाम सुनते ही घबरा जाते हैं गवाह’

गाजियाबाद, 45 जून: आरुषि-हेमराज मर्डर केस में मंगल के दिन डिफेंस ने अदालत में अर्जी देकर कहा कि उसे गवाहों की फहरिस्त पेश करने के लिए कुछ और वक्त चाहिए।

एक दूसरी अर्जी में डिफेंस ने एम्स से रिटायर्ड डॉक्टर आरके सिंह को कुछ रिपोर्ट की जाँच करने की इज़ाज़त तलब की है।

मंगल की सुबह दोहरे कत्ल केस की मुल्ज़िमा डा. नूपुर तलवार खुसुसी सीबीआई कोर्ट में पेश हुईं। बीमारी कि वजह से राजेश तलवार की ओर से हाजिरी माफी की अर्जी दाखिल की गई।

डिफेंस के वकील मनोज शिशौदिया ने बताया कि सीबीआई का नाम सुनते ही लोग उनकी ओर से गवाही देने से इंकार कर देते हैं। ऐसे हालात में उन्हें गवाहों की फहरिस्त तैयार करने के लिए कुछ और वक्त चाहिए।

इसके अलावा एक दूसरी अर्जी देकर डिफेंस ने मांग की है कि उनकी ओर से एम्स से रिटायर्ड डॉक्टर आरके सिंह गवाही के लिए तैयार हैं, लेकिन इससे पहले वह आरुषि-हेमराज की पोस्टमार्टम रिपोर्ट, उनके जिस्म पर चोट और गोल्फ स्टिक की जांच से मुताल्लिक रिपोर्ट की जाँच करना चाहते हैं। ऐसे में उन्हें इज़ाज़त दी जाए।

सीबीआई के खुसुसी जज एस. लाल के छुट्टी पर रहने की वजह से डिफेंस की अर्जी खुसुसी जज डा. एके सिंह की अदालत में पेश की गई। जज ने दोनों अर्जियों को 11 जून को मुताल्लिका कोर्ट के रूबरू पेश किए जाने का हुक्म दिया है।

‍‍‍बशुक्रिया: अमर उजाला