हैदराबाद 07 अप्रैल: रियास्ती हुकूमत आरोग्य श्री स्कीम के तहत ख़ानगी दवा ख़ानों से रुजू होने वाले मरीज़ों को फ़ौरी तिब्बी सहूलत फ़राहम ना करने की सूरत में इन ख़ानगी दवा ख़ानों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई करने का इंतिबाह दिया और कहा कि क़वाइद-ओ-ज़वाबत (क़वानीन) के मुताबिक़ ख़ानगी दवाखाने अपनी कारकर्दगी का मुज़ाहरा ना करने पर उन दवा ख़ानों को हरगिज़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा बल्के सख़्त कार्रवाई की जाएगी।
आरोग्यश्री स्कीम के तहत ईलाज की रक़ूमात में कम अज़ कम 30 फ़ीसद का इज़ाफ़ा ना करने पर आरोग्य श्री तिब्बी ख़िदमत रोक देने ख़ानगी दवा ख़ानों और कॉरपोरेट हॉस्पिटल्स इंतिज़ामियों की तरफ से मुद्दत मुक़र्रर करने की रोशनी में आज यहां रियास्ती सेक्रेटेरिएट में आरोग्य श्री चीफ़ एगज़ीकीटीव ऑफीसर और दीगर महिकमा-ए-सेहत-ओ-तबाबत के आला ओहदेदारों के साथ तलब करदा अहम जायज़ा इजलास से ख़िताब करते हुए चीफ़ मिनिस्टर एन किरण कुमार रेड्डी ने मज़कूरा इंतिबाह दिया।
इजलास में चीफ़ एगज़ीकीटीव ऑफीसर आरोग्य श्री प्रोग्राम श्रीकांत ने ख़ानगी दवा ख़ानों के इंतिज़ामियों की तरफ् से किए जाने वाले मुतालिबात से चीफ़ मिनिस्टर को वाक़िफ़ करवाया, जिस पर वाज़िह तौर चीफ़ मिनिस्टर ने कहा कि ख़ानगी हॉस्पिटल्स की धमकीयों से हुकूमत हरगिज़ झुकने वाली नहीं है और ना ही ख़ौफ़ज़दा होगी जबकि पिछ्ले आरोग्य शहरी से मुताल्लिक़ मराकज़ (ख़ानगी दवा ख़ानों) को मुकम्मल रक़ूमात अदा करदी गई हैं।
ओहदेदारों ने बताया कि 30 फ़ीसद रक़ूमात में इज़ाफ़ा से रियास्ती हुकूमत पर काफ़ी माली बोझ आइद होगा। लिहाज़ा चीफ़ मिनिस्टर ने ख़ानगी दवाख़ानों के मुतालिबात का तफ़सीली जायज़ा लेने माहिरीन तिब्ब पर मुश्तमिल कमेटी तशकील देने की प्रिंसिपल सेक्रेटरी महिकमा-ए-सेहत-ओ-तबाबत मिस्टर अजय सुहानी को हिदायत दी और मज़ीद कहा कि आरोग्य श्री के तहत मरीज़ों को दवा ख़ानों में किसी किस्म की मुश्किलात पेश ना आने जैसे इक़दामात करने की ओहदेदारान मुताल्लिक़ा को हिदायात दें।
जायज़ा इजलास के इख़तेताम पर अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए चीफ़ एगज़ीकीटीव ऑफीसर आरोग्य श्री प्रोग्राम श्रीकांत ने बताया कि ख़ानगी हॉस्पिटलों के इंतिज़ामियों की तरफ् से किए जाने वाले मुतालिबात पर रियास्ती हुकूमत ग़ौर करेगी और आरोग्यश्री के तहत तिब्बी ख़िदमात ना रोकने के लिए वाज़िह तौर पर हिदायत देने के लिए मुताल्लिक़ा ओहदेदारों को चीफ़ मिनिस्टर ने मश्वरा दिया और कहा कि माहिरीन तिब्ब कमेटी की तरफ से पेश करदा सिफ़ारिशात वसूल होने के बाद हुकूमत कोई इक़दामात करेगी। उन्हों ने मज़ीद कहा कि आरोग्यश्री के तहत तिब्बी ख़िदमात रोक दिए जाने से मुताल्लिक़ किसी भी दवाखाने से अब तक कोई शिकायात वसूल नहीं हुई हैं।
इस के अलावा आरोग्यश्री के तहत सरकारी दवा ख़ानों में ही ईलाज की सहूलतों को फ़राहम करने के लिए इन सरकारी दवा ख़ानों को तरक़्क़ी देने के इक़दामात किए जा रहे हैं।
इस तरह अज़ला के मराकज़ सेहत और टीचिंग हॉस्पिटल्स में असरी तिब्बी आलात स्कैनिंग मशीन-ओ-बुनियादी सहूलतों की फ़राहमी पर हुकूमत अपनी अव्वलीन तवज्जा मर्कूज़ कररही है। डायरेक्टर निमस डाक्टर धरमार ख़ुश्क पर बाअज़ बे क़ाईदगियों के आइद इल्ज़ामात के ताल्लुक़ से रत्ना किशवर प्रिंसिपल सेक्रेटरी महिकमा-ए-सेहत-ओ-तबाबत से चीफ़ मिनिस्टर ने वज़ाहत तलब की। तवक़्क़ो हीका बहुत जल्द डायरेक्टर निमस के ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाएगी।