ए पी एन जी औज़ एसोसीएशन के सदर पी इश्क़ो बाबू ने कहा कि जब तक दस्तूर के आर्टीकल 371( D ) में तरमीम नहीं की जाती यह इसे ख़त्म नहीं किया जाता आंध्र प्रदेश को तक़सीम नहीं किया जा सकता।
उन्होंने यहां मीडिया से बात चीत करते हुए कहा कि मर्कज़ी विज़ारते दाख़िला की तरफ से आंध्र प्रदेश की तक़सीम के मसले पर ग़ौर करने के लिए जो कुल जमाती मीटिंग तलब किया गया है वो मर्कज़ी हुकूमत का सिर्फ़ दिखावा है और इस मीटिंग से कोई मक़सद पूरा नहीं होसकता।
उन्होंने ताहम मुतालिबा किया कि मर्कज़ी हुकूमत को चाहीए कि वो तक़सीम रियासत के मसले पर तमाम फ़रीक़ैन के साथ तबादला ख़्याल करे।
उन्होंने कहा कि सिर्फ़ एक कुल जमाती मीटिंग में आंध्र प्रदेश की तक़सीम जैसे बड़े मसले पर कोई फैसला नहीं किया जाना चाहीए । उन्होंने कहा कि मर्कज़ और रियासती हुकूमतें दोनों ही इस मसले पर उलझन का शिकार हैं और कुल जमाती मीटिंग के नाम पर सिर्फ़ मसले को तवालत दी जा रही है।
विज़ारती ग्रुप की तशकील से भी इस ताल्लुक़ से कोई मदद नहीं मिल सकती। उन्होंने कहा कि ए पी एन जी औज़ उसे किसी ग्रुप को कुबूल नहीं करते जो तक़सीम के बाद के मसाइल से निमट रहा है।
अशोक बाबू ने कहा कि तक़सीम रियासत के ख़िलाफ़ जद्द-ओ-जहद करनेवाली तमाम तनज़ीमों का एक मीटिंग 4 नवंबर को मुनाक़िद होगा ताकि मुस्तक़बिल के एहतेजाजी लायेहा-ए-अमल को क़तईयत दी जा सके और सदर जमहूरीया वज़ीर आज़म और दूसरे क़ौमी क़ाइदीन और जमातों से मुलाक़ात के लिए वक़्त का तइन किया जा सके। उन्होंने कहा कि समैक्या आंध्र तहरीक को फिर मुतहर्रिक किया जाएगा।