समाजवादी पार्टी ने सज़ा याफ़्ता सियासतदानों के तहफ़्फ़ुज़ के लिए जारी कर्दा आर्डीनेंस को वापिस लेने हुकूमत के फ़ैसले की मुख़ालिफ़त की और कहा कि राहुल गांधी की तन्क़ीदों के बाद हुकूमत का ये इक़दाम अफ़सोसनाक है।
इस से ज़ाहिर होता है कि हुकूमत में फ़र्दे वाहिद की अहमीयत है जब कि सारी अथॉरिटी किनारा कर दी गई है। समाजवादी पार्टी ने वज़ीर-ए-आज़म से दरख़ास्त की है कि वो काबीना के फ़ैसले पर अज़सर-ए-नौ ग़ौर करें।
यू पी ए हलीफ़ पार्टियों और ताईद करनेवाली पार्टियों ने आर्डीनेंस के मसले से निमटने में हुकूमत के तरीका-ए-कार पर शदीद तन्क़ीद की। सज़ायाफ़्ता सियासतदानों को तहफ़्फुज़ात पहूँचाने के लिए आर्डीनेंस लाया गया है जबकि राहुल गांधी ने बरसर-ए-आम इस आर्डीनैंस को मुकम्मल अहमक़ाना क़रार दिया था।