आर्डीनैंस के ज़िम्मेदारों से इस्तीफे का मुतालिबा

बी जे पी लीडर अरूण जेटली ने आज कहा कि मुजरिम अरकान मुक़न्निना के बारे में हुकूमत के आर्डीनैंस के ज़िम्मेदारों को इस इक़दाम की राहुल गांधी की तरफ‌ से मज़म्मत के बाद मुस्ताफ़ी होजाना चाहीए। अरूण जेटली ने कहा कि वो सिर्फ़ ये कह सकते हैं कि बकवास होने का एहसास बहुत ताख़ीर से हुआ है। चुनांचे जो अफ़राद इस बकवास के ज़िम्मेदार हैं, उन्हें मुस्ताफ़ी होजाना चाहीए। क्योंकि एक ही महीने के अंदर दो बार उन्होंने मुल्क के सामने बकवास पेश की है।

ये हुक्मरानी का सवाल है इस लिए ऐसे अफ़राद को बरक़रार रहने की इजाज़त नहीं दी जा सकती अगर वो मुस्ताफ़ी ना हो तो उन्हें बरतरफ़ किया जाना चाहीए। मुजरिम अरकान मुक़न्निना के बारे में सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले को बेअसर बनाने वाले आर्डीनैंस पर नायाब सदर कांग्रेस राहुल गांधी के इस तबसरे पर कि इस आर्डीनैंस को फाड़ कर फेंक देना चाहीए, अपना रद्द-ए-अमल ज़ाहिर कररहे थे। इस सिलसिले में नहरू गांधी ख़ानदान पर तन्क़ीद करते हुए उन्होंने कहा कि अगर इस आर्डीनैंस के ज़िम्मेदारों को बरतरफ़ ना किया जाये तो ये हक़ीक़त साबित होजाएगी कि जब हुकूमत गलतीयां करती है तो बाक़ी दुनिया भी गलतीयां करती है लेकिन कांग्रेस के ख़ानदान अव्वल से कोई ग़लती नहीं होती।

जेटली ने राहुल गांधी की तरफ‌ से आर्डीनैंस की मुख़ालिफ़त को नुक़्सान के अज़ाला की मायूसाना कोशिश क़रार दिया। उन्होंने कहा कि गुज़िश्ता चंद दिन में इस आर्डीनैंस के ख़िलाफ़ एक क़ौमी इन्क़िलाब आचुका है हमें ये नहीं भूलना चाहीए कि आर्डीनैंस का मौज़ू मुजरिम सियासतदानों को मजालिस मुक़न्निना का हिस्सा बनने की इजाज़त दे रहा है और उसकी मंज़ूरी यू पी ए काबीना ने दो मर्तबा दी है। पहले मुसव्वदा क़ानून की शक्ल में और आर्डीनैंस की शक्ल में दोनों मौक़े पर कांग्रेस पार्टी ने उसकी ताईद की है। जेटली ने कहा कि उन्होंने उस की मुख़ालिफ़त नहीं की है इस लिए आज तक कांग्रेस इस से वाक़िफ़ नहीं थी और दरहक़ीक़त पार्लियामेंट के इजलास में एक दिन की तौसीअ इस क़ानून की मंज़ूरी के लिए ही दी गई थी।