आर्थिक विकास के मामले में दहाई आंकड़ा नहीं दे सकी मोदी सरकार- कांग्रेस

पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने शनिवार को कहा कि केंद्र व राज्य की भाजपा सरकारें चुनाव के समय किए गए अपने वादों पर खरा नहीं उतरी हैं। उन्होंने कहा कि पांच साल पहले राजस्थान के मतदाताओं ने जब मतदान किया तो वह नरेंद्र मोदी व उनके नारों व आकर्षक वादों के सम्मोहन में थे।

लेकिन ‘बीते पांच साल में न तो नरेंद्र मोदी और न ही वसुंधरा राजे जनता को किए अपने वादों पर खरी उतरी है।’ उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार देश को दहाई अंक की आर्थिक वृद्धि दर नहीं दे पाई।

सात प्रतिशत की औसत वृद्धि दर में भी कई खामियां हैं क्योंकि न तो अर्थव्यवस्था से रोजगार सृजित हुए और न ही बचत बढ़ी, ना पूंजी निवेश और न ही निर्यात में बढोतरी देखने को मिली।

कांग्रेस नेता ने कहा सात प्रतिशत की वृद्धि ने कृषि क्षेत्र पर बहुत ही नकारात्मक असर डाला क्योंकि इससे कृषि आय को बल नहीं मिल सका न ही कृषि उत्पादों के लिए लाभकारी कीमत मिली। चिंदबरम ने कहा कि बढ़ती बेरोजगारी, बैंकों के एनपीए, किसानों पर कर्ज बोझ के चलते देश में चारों तरफ संकट का आलम है।

केंद्र सरकार के नोटबंदी व जीएसटी के फैसले पर प्रहार करते हुए उन्होंने इसे देश की अर्थव्यवस्था के लिए झटका करार दिया और कहा कि आज एक भी अर्थशास्त्री के पास इसके बारे में कहने के लिए अच्छी बात नहीं है।

उन्होंने कहा कि विकृत जीएसटी और नोटबंदी ने लाखों रोजगार खत्म किए, लघु उद्योगों व छोटे कारोबारियों को कर्ज में धकेला। चिदंबरम ने कहा कि अपराध, शिक्षा के स्तर व स्वास्थ्य आदि के मामले में राजस्थान में भी हालत खराब हैं।

साभार- ‘इंडिया टीवी डॉट कॉम’