आर एस एस और बी जे पी में कोई रिश्ता नहीं

रांची, ०५ अक्टूबर (पी टी आई) आर एस एस के संचालक मोहन भागवत ने आज कहा कि आर एस एस और बी जे पी के दरमयान कोई रिश्ता नहीं है । ये आम तास्सुर पाया जाता है कि बी जे पी सिंह परिवार का हिस्सा है । लेकिन मैं आप को बताता हूँ कि ये सच नहीं है ।

दोनों के दरमयान कोई रिश्ता नहीं है । क्योंकि सिंह परिवार कोई सयासी ग्रुप नहीं है । अगर ऐसा हो तो सिंह परिवार ख़ुद सरगर्म सियासत में हिस्सा लेगा । वो किसी और को अपनी ज़िम्मेदारी सपुर्द नहीं करता । मोहन भागवत ने मज़ीद कहा कि तमाम स्वयं सेवक तमाम सयासी पार्टीयों में मौजूद हैं ।

बी जे पी में सब से ज़्यादा स्वयं सेवक हैं । कांग्रेस ने भी ये स्वयं सेवक काम कर रहे हैं । मग़रिबी बंगाल में कम्यूनिस्ट पार्टी में भी हमारे नज़रिया के लोग काम करते हैं । लिहाज़ा बी जे पी ही संघ परिवार की नज़रियात रखने वाली पार्टी नहीं है । आर एस एस के नज़रियाती लीडर यहां एक तक़रीब से ख़िताब करते हुए कहा हमें इस ताल्लुक़ से कई एस एम एस और ई मेल्स आते हैं हम इनका जवाब भी देते हैं ।

आर एस एस के उसूल इसके इक़दार , अख़लाक़ और क़ौमी ख़िदमत पर मबनी हैं । वो हमेशा सच्च पर क़ायम है । इत्तिहाद ( एकता) , भाई चारगी और ख़ुशहाली की बुनियाद पर समाज की तामील में मसरूफ़ है । ये पूछे जाने पर कि राम मंदिर कब तामीर किया जाएगा । मोहन भागवत ने कहा कि राम मंदिर की तामीर के लिए आर एस एस पाबंद अह्द है लेकिन याद रहे कि ये केस अदालत में ज़ेर-ए-इलतिवा है ।

उन्होंने राम मंदिर की तामीर की राह हमवार करने के लिए पार्लीमेंट में बिल पेश करना चाहिये । बंगला देशियों की दरअंदाज़ी पर भागवत ने कहा कि ये सब वोट बैंक सियासत की वजह से हो रहा है । अगर रिश्वतखोरी छोड़ दी जाय तो बंगला देशियों को फ़हरिस्त राय दहिंदगान ( वोटऱ लिस्ट/मतदाता सूची) में शामिल नहीं किया जा सकता ।