आर टी सी किरायों में इज़ाफे पर ग़ौर

हैदराबाद 01 फरवरी: आंध्र प्रदेश स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन अपने माली मौक़िफ़ को बेहतर-ओ-मुस्तहकम बनाने के लिए मुतबादिल ज़राए आमदनी के इक़दामात पर संजीदगी से ग़ौर कररही है । ए के ख़ान नायब सदर नशीन-ओ-मनीजिंग डायरैक्टर ए पी एस आर टी सी जिन्हों ने अपने दीगर रफ़क़ा के हमराह आज सेकरीटरीट में चीफ़ मिनिस्टर एन किरण कुमार रेड्डी से मुलाक़ात की थी और हालिया दिनों में डीज़ल की क़ीमतों में मज़ीद ज़बरदस्त इज़ाफे के नतीजे में ए पी एस आर टी सी पर पड़ने वाले ज़ाइद माली बोझ-ओ-आर टी सी के मौजूदा माली मौक़िफ़ से चीफ़ मिनिस्टर को वाक़िफ़ करवाया और उन से किरण कुमार रेड्डी से ) ए पी एस आर टी सी की तरफ से ख़रीदे जाने वाले डीज़ल पर वसूल किए जाने वाले वयाट (इज़ाफ़ क़दर टैक्स और आर टी सी बसों को मोटर व्हीकल्स टैक्स की वसूली से असतसनी देने का पर ज़ोर मुतालिबा किया ता के आर टी सी की कारकर्दगी को मज़ीद फ़आल-ओ-कारकरद बनाया जा सके ।

रियास्ती चीफ़ मिनिस्टर से मुलाक़ात के बाद वापसी के दौरान ए के ख़ान नायब सदर नशीन-ओ-मनीजिंग डाइकटर ए पी एस आर टी सी ने अख़बारी नुमाइंदों से ग़ैर रस्मी बातचीत करते हुए कहा कि आर टी सी के माली मौक़िफ़ को बेहतर बनाने के लिए मुतबादिल-ओ-साइल के लिए इक़दामात किए जा रहे हैं और अगर कोई मुतबादिल माली वसाइल के हासिल ना होने पर आख़िरी सूरत में आर टी सी बस किरायों में मज़ीद एक बार फिर इज़ाफ़ा नागुज़ीर होसकता है और आख़िरी सूरत में ही बस किरायों में इज़ाफे पर ग़ौर-ओ-ख़ौस किया जाएगा ।

उन्हों ने आर टी सी की कारकर्दगी और किए जाने वाले इक़दामात का तज़किरा करते हुए ए के ख़ान ने बताया कि आर टी सी में पाई जाने वाली मौजूदा 6 हज़ार क़दीम (पुरानी )बसों के इव्ज़ नई बसीस इज़ाफ़ा करने की कोशिश की जा रही है । उन्हों ने वाज़िह तौर पर कहा कि किसी भी सूरत में ए पी एस आर टी सी को ख़ानगी शोबा के अवाला करने का हरगिज़ सवाल ही पैदा नहीं होगा ।

मनीजिंग डायरैक्टर ए पी एस आर टी सी ने कहा कि आर टी सी की बाअज़ ज़मीनात ख़ाली पड़ी हुई हैं और उन ज़मीनात से आर टी सी को कोई फ़ायदा हासिल नहीं होरहा है । लहदा एसी ज़मीनात पर अज़ ख़ुद आर टी सी ज़ाती पैट्रोल बैंक्स क़ायम करने की तजवीज़ पर भी वो संजीदगी से ग़ौर कररहे हैं । बहरसूरत आर टी सी की तरफ से बड़े पैमाने पर डीज़ल की ख़रीदी पर आइद होने वाले ज़ाइद माली बोझ को कम कर लेने के लिए भी मुतबादिल तरीक़ों पर भी ग़ौर किया जा रहा है।