बसों में ख़्वातीन और लड़कियों के साथ छेड़ छाड़ के वाक़ियात के तदारुक के लिए हैदराबाद में चलाई जाने वाली आर टी सी बसों में ख़्वातीन और मर्दों के लिए अलाहिदा अलाहिदा सेक्शन वाली बसें 1 अक्टूबर से तजुर्बाती असास पर चलाई जाएंगी।
आर टी सी की जानिब से ख़ुसूसी तौर पर तैयार कर्दा आहिनी जाल और कांच के गिलास से अलाहिदा कर्दा सेक्शन वाली बसें पहली मर्तबा चार मीनार ता सिकंदराबाद रूट के इलावा कोठी ता सिकंदराबाद रूट पर चलाई जाएंगी। हैदराबाद ज़ोन आर टी सी एग्ज़ीक्यूटिव डायरेक्टर मिस्टर जी जया राव के बामूजिब फ़िलहाल 11 बसों में ये सहूलत फ़राहम रहेगी।
इलावा अज़ीं इन बसों में जे एन यू आर एम स्कीम के तहत सी सी टी वी कैमरा भी नसब होंगे ताकि ख़्वातीन को हिरासानी के वाक़ियात को रोका जा सके। आर टी सी की जानिब से किए जाने वाले इस इक़दाम के मुताल्लिक़ मुख़्तलिफ़ शोबे हयात से ताल्लुक़ रखने वाले अफ़राद की जानिब से अलाहिदा अलाहिदा ख़्यालात का इज़हार किया जा रहा है जबकि तालिबात जोकि ज़्यादा तर बस से सफ़र करती हैं उन की जानिब से आर टी सी के इस इक़दाम को ख़ुश आइंद क़रार दिया जा रहा है।
मौलाना मुहम्मद हुस्साम उद्दीन सानी जाफ़र पाशा ने आर टी सी के इस इक़दाम को दौरे हाज़िर के लिहाज़ से बेहतर क़रार देते हुए कहा कि इस तरह के इक़दाम के ज़रीए ख़्वातीन में ख़ुद एतेमादी पैदा की जा सकती है और ख़्वातीन इस तरह के सफ़र को महफ़ूज़ तसव्वुर करने लगेंगी। तालिबात का एहसास है कि इस तरह के इक़दाम के ज़रीए आर टी सी ने एक सहूलत फ़राहम करदी है।
और वो जब तक बस में हैं ख़ुद को महफ़ूज़ तसव्वुर कर सकती हैं। लेकिन जब बस स्टैंड से अपनी मतलूबा मंज़िल तक पहूँचती हैं तो रास्ते में सड़क छाप नौजवानों की हिरासानी और छेड़ छाड़ का सिलसिला जारी रहता है। इस के लिए हुकूमत को चाहीए कि वो कॉलेजेस, स्कूल के इलावा लड़कियों और ख़्वातीन के लिए चलाए जाने वाले मराकज़ के करीब बेहतर पुलिस निज़ाम को यक़ीनी बनाएं ताकि सड़क छाप नौजवानों से ख़्वातीन और लड़कियां रास्तों में भी महफ़ूज़ रहें।