महिकमा तालीम , स्कूलस और कॉलेजस के इंतिज़ामीया से औक़ात(तरतीब/व्यवस्था) में तबदीली(बदलाव) की अपील बेअस रस्कूलस और कॉलिजों के इंतिज़ामीया और रियासती महिकमा तालीम ने कॉलेजों और स्कूलस के दुसरा वख्त मुक़र्रर करने के बारे मे आर टी सी हुकुमत की दरख़ास्त पर कोई कारवाही ज़ाहिर नहीं किया है । आर टी सी इस तरह ज़्यादा से ज़्यादा तलबा(विधियार्थी/students) को अपनी सरविस फ़राहम करसकती है । आर टी सी के लिये बे वक़्त शेहर और इस के आस पास के इलाक़ों के स्कूलस और कॉलेजस तक ज़ाइद अज पाँच लाख तलबा(विधियार्थी/students) को सरविस फ़राहम करने में लाहक़ हैं । आर टी सी शहर के मुख़्तलिफ़ इलाक़ों में ज़ाइद अज एक सौ कॉलिजस के लिये बस सरविस मरबूत करने के मुतालिबा की तकमील से क़ासिर है । आर टी सी इस साल तक़रीबन पाँच सौ नई बसें शुरू करने का इरादा रखती है ।
इन बसों में साठता सत्तर बसें कॉकेजस के लिये मख़सूस होंगी जो शेहर के आस पास के इलाक़ों तक चलाई जाएंगी शेहर और इस के आस पास के इलाक़ों में तलबा(विधियार्थी/students) की बढ़ती तादाद के पेश नज़र बे वक़्त सरविस फ़राहम करना आर टी सी के बस में नहीं है । इस लिये इस ने स्कूलस और कॉलेजस के मैनेजमंट से अपील की कि वो औक़ात तालीम मुख़्तलिफ़ रखें आर टी सी के एक ओहदेदार ने कहा कि महिकमा तालीम के आला हुक्काम से भी अपील की गई कि औक़ात में दस से पंद्रह मिनट का फ़र्क़ रखें क्यों कि मौजूदा सूरत-ए-हाल में ख़ासकर सुबह सात बजे से दस बजे दिन के दौरान हज़ारो तलबा(विधियार्थी/students) के सफ़र का इंतिज़ाम करने में आर टी सी को मुश्किल होरही है । इस दौरान आर टी सी मैन आबादता चेवड़ला और को कट पल्ली मेड़चल पट्टनचीरो तक ख़ुसूसी बसें चलाने का मंसूबा बना रही है ताकि तलबा(विधियार्थी/students) को सहूलत होसके ।।