आलमी ताक़तों के साथ मुज़ाकरात (बात-चीत) , इरान का इत्मीनान

ईरान ने गुज़िश्ता रोज़ आलमी ताक़तों के साथ मुज़ाकरात (बात-चीत) को सराहते हुए उन्हें गुज़िश्ता अदवार(सत्रों) के मुक़ाबले में हक़ीक़त पसंदाना क़रार दिया है ताहम (लेकिन) इस ने कहा कि इन के हम मंसूबों को अब इस चैलेंज का सामना है आया बोहरान (संकट) में लामुतनाई अंदाज़ फ़िक्र को तबदील किया जाय ।

ईरानी आला मुज़ाकरात कार(बात-चीतकरने वाले) सईद जलीली ने मास्को में मुज़ाकरात (बात-चीत) के बाद अख़बारी नुमाइंदों (पत्रकारों )को बताया कि ये मुज़ाकरात (बात-चीत) इंतिहाई संजीदा और इंतिहाई हक़ीक़त पसंदाना रहे। ये मुज़ाकरात (बात-चीत) महिज़ ब्यानात के आलामीया (विज्ञप्ती ) से आगे तक रहे हैं ।