आलमी मुज़म्मत के बावजूद शुमाली कोरिया अपने मोक़िफ़ पर क़ायम

इतवार को खला में राकेट भेजने और गुज़िश्ता माह जौहरी तजुर्बा करने पर आलमी मुज़म्मत के बावजूद शुमाली कोरिया का अपने मोक़िफ़ पर डटे रहना शुमाली कोरिया के रहनुमा किम जोंग उन की मुल्क में और मुल्क से बाहर कुछ लिहाज़ से उनकी पोज़ीशन में मज़बूती का बाइस बन रहा है।

शुमाली कोरिया के सरकारी मीडिया में नौजवान किम जोंग उन को एक मज़बूत रहनुमा के तौर पर पेश किया जाता है जो अमरीका और जुनूबी कोरिया की फ़ोर्सेस के ख़िलाफ़ मुल्क की ख़ुद मुख़तारी का दिफ़ा कर रहा है।

इतवार को राकेट दाग़ने के तजुर्बे को सरकारी ज़राए इबलाग़ ने मुल्क में टेक्नोलॉजी की एक बड़ी कामयाबी क़रार दिया जिससे अवाम का सर फ़ख़र से बुलंद हो गया है। अमरीका के जॉइंट स्पेस ऑपरेशंस सैंटर ने कहा कि शुमाली कोरिया ने राकेट के ज़रीये दो चीज़ें ख़लाई मदार में भेजी हैं मगर ये वाज़ेह नहीं कि वो सिगनल भेज रही हैं या नहीं।