आला तालीम पर ए पी और तेलंगाना के इख़तेलाफ़ात की यकसूई

आंध्र प्रदेश और तेलंगाना की हुकूमतों ने आला तालीम के शोबा में दफ़ातिर के लिए जगह और दस्ताविज़ात की तक़सीम पर पैदा शूदा तनाज़ा को आज दोस्ताना और ख़ुशगवार अंदाज़ में हल करलिया। आंध्र प्रदेश के वज़ीर फ़रोग़ इंसानी वसाइल गंटा श्रीनिवास राव‌ और तेलंगाना के डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर के श्रीहरी के दरमयान बातचीत के ज़रीये इस तनाज़ा को हल करलिया गया।

वाज़िह रहेके गवर्नर ई एस एल नरसिम्हन की हिदायत पर दोनों वुज़रा ने बातचीत की थी जिस में ये अहम पेशरफ़त हुई है। कडीम श्रीहरी ने कहा कि गवर्नर ने हमें मिल बैठने और बातचीत के ज़रीये कोई फ़ैसला करने की हिदायत की थी ताके एमसेट कौंसलिंग (दाख़िलों) के लिए तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के तलबा-ए-को कोई दुशवारी पेश ना आए।

हम ने हाइकोर्ट के फ़ैसला और सुप्रीम कोर्ट के उबूरी अहकाम के मुताबिक़ बातचीत की। उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश रियासती कौंससिल बराए आला तालीम के चंद रेकॉर्ड्स और अम्सिला जात फ़िलहाल तेलंगाना की रियासत बराए आला तालीम में मौजूद हैं और उनकी हवालगी के लिए हम से कहा गया है।

इस बात से इत्तेफ़ाक़ करलिया गया हैके 8 रुकनी कमेटी तशकील दी जाएगी जिन में तेलंगाना के 4 और आंध्र प्रदेश के 4 अरकान होंगे। उन्होंने कहा कि दोनों रियासतें ने अपने मुताल्लिक़ा रेकॉर्ड्स-ओ-अम्सिला जात हासिल करने से इत्तेफाक़ किया है। गंटा श्रीनिवास राव‌ ने कहा कि दोनों रियासतें में तलबा के मुस्तक़बिल को पेशे नज़र रखते हुए ये बातचीत की।

उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश में एमसेट कौंसलिंग 12 जून को होगी जिस के लिए रेकॉर्ड्स की ज़रूरत थी। चूँकि ये अम्सिलाजात तेलंगाना के कंट्रोल में थे हमारे ओहदेदार पेशरफ़त से क़ासिर थे।