आलू-प्याज की होगी निगरानी

आलू-प्याज की कालाबाजारी और जमाखोरी रोकने के लिए ज़िराअत और फूड सप्लाय ने तमाम डीसी को हिदायत दिया है। ज़िराअत सेक्रेटरी नितिन मदन कुलकर्णी और फूड सप्लाय महकमा के खुसुसि सेक्रेटरी रवि रंजन ने तमाम डीसी को खत लिखी है।

उनसे कहा गया है कि आलू-प्याज की कालाबाजारी व जमाखोरी रोकने और इनके सारफीन कीमत कंट्रोल करने की कोशिश करें। मिस्टर कुलकर्णी ने डीसी को कोल्ड स्टोरेज के स्टॉक की जांच करने और बाजार समिति में आलू-प्याज पर निगरानी करने को कहा है। गोदामों में जमा आलू और प्याज का पता लगाने और इसके वजूहात की पड़ताल की बात भी कही गयी है। तकरीबन 10 दिन पहले भी फूड सप्लाय महकमा ने डीसी को सरगर्मी बरतने की हिदायत दिया था। इधर इस हिदायत के बाद अभी तक किसी जिले से छापामारी या दीगर किसी सरगर्मी की खबर नहीं है। फूड सप्लाय महकमा ने भी इस सिलसिले में हिदायत दिया है।

महकम के खुसुसि सेक्रेटरी ने कहा है कि 10 दिन पहले खत भेजे जाने के बाद भी प्याज की कीमतों में चार-पांच रु की फी किलो की इजाफा हुई है। डीसी से पूछा गया है कि आपने क्या कार्रवाई की। कितनी छापेमारी की। कितना प्याज जब्त किया, यह बतायें। चार जुलाई को दिल्ली में मुनक्कीद बैठक में ज़ाती वज़ीर को भारत सरकार को यह जानकारी देनी है। गौरतलब है कि रियासत भर में आलू-प्याज की कीमतें गुजिशता कुछ दिनों में तेजी से बढ़ी हैं। अभी सफेद आलू की खुदरा औसत शरह 20 रु फी किलो, लाल आलू की 22 रु फी किलो और प्याज की औसत दर 25 रु फी किलो है।