आलेर एनकाउंटर पर एमनेस्टी इंटरनेशनल की तशवीश

इंसानी हुक़ूक़ के तहफ़्फ़ुज़ और जंगी जराइम के ख़िलाफ़ सरगर्म बैन-उल-अक़वामी इदारा एमनेस्टी इंटरनेशनल ने आलेर में हुए 5 नौजवानों के सफ़ाकाना क़त्ल का सख़्त नोट लेते हुए हुकूमत तेलंगाना से आज़ादाना तहक़ीक़ात को यक़ीनी बनाने का मुतालिबा किया।

एमनेस्टी इंटरनेशनल ने जारी करदा बयान में 5 ज़ेर दरयाफ़त क़ैदीयों की पुलिस फायरिंग में हलाकत को अदलिया से बालातर इक़दाम क़रार देते हुए कहा कि हिंदुस्तान में इस तरह की हलाकतें एक संगीन मसला बनती जा रही हैं।

तंज़ीम की तरफ से जारी करदा बयान के मुताबिक़ तंज़ीम को अब तक मौसूला मवाद के मुताबिक़ 5 नौजवानों की मौत पुलिस की गाड़ी में हुई और जो वीडीयो कलिप्स हैं उनके मुताबिक़ ज़ेरे दरयाफ़त ये नौजवान हथकड़ियों से बंधे हुए थे। वि पी ओभीद सीनीयर जहद कार एमनेस्टी इंटरनेशनल ने आलेर एनकाउंटर वाक़िये पर फ़ौरी ग़ैर जांबदाराना तहक़ीक़ात का आग़ाज़ करने की ज़रूरत पर ज़ोर देते हुए कहा कि हुकूमत को चाहीए कि वो इस मुबय्यना एनकाउंटर हक़ायक़ से आगही के इक़दामात का आग़ाज़ करे और फ़िलफ़ौर पुलिस वयान में इन 5 नौजवानों के हमराह मौजूद 17 पुलिस अहलकारों पर मुश्तमिल दस्ता की तहक़ीक़ात करवाई जाएं।

एमनेस्टी इंटरनेशनल ने अपने बयान में वाक़िये पर गहिरी तशवीश का इज़हार करते हुए कहा कि जिन नौजवानों को पुलिस और नियम फ़ौजी दस्तों पर हमलों के इल्ज़ाम में 2007 और 2010 में गिरफ़्तार किया गया था उनके साथ अदालती तहवील में इस तरह का सुलूक बाइस हैरत है।