वरिष्ठ पत्रकार विनोद वर्मा को छत्तीसगढ़ पुलिस ने किया गिरफ्तार

पत्रकारों की आवाज़ को लगातार दबाने की कोशिश की जा रही है। कभी पत्रकार की हत्या कभी धमकियाँ और कभी गिरफ़्तारी। अगस्त में हुई पत्रकार गौरी लंकेश की की हत्या इस बात का जीता जागता सबूत है कि देश में जो भी निष्पक्ष पत्रकारिता करेगा उसको दबाने की कोशिश की जाएगी।

इसी कड़ी में एक और वरिष्ठ पत्रकार विनोद शर्मा को निशाना बना गया है। बीबीसी और अमर उजाला में वरिष्ठ पदों पर रह चुके पत्रकार विनोद वर्मा को कथित उगाही के आरोप में छत्तीसगढ़ पुलिस ने देर रात उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया है।

विनोद वर्मा की यह गिरफ्तारी एक मंत्री की सीडी से संबंधित बताई जा रही है। विनोद वर्मा के खिलाफ पुलिस ने धारा 384 (रंगदारी वसूलने) और धारा 506 (जान से मारने की धमकी) के आधार पर केस दर्ज कर लिया है।

विनोद वर्मा को गिरफ्तार किए जाने के बाद छत्तीसगढ़ पुलिस  प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पत्रकारों के सवालों के जवाब देने से घबराती रही।

पुलिस का कहना है कि इस मामले में मंत्री के एक करीबी द्वारा शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद यह कार्रवाई की गई। छापेमारी के दौरान विनोद के घर से सीडी की 500 कापियां, लैपटॉप, पेन ड्राइव और लैपटॉप बरामद किया गया, जिसे कब्जे में कर लिया गया उनका कहना है कि वे सामग्री की छानबीन कर रहे हैं, ताकि पता लगाया जा सके की इनका संबंध उच्च वर्ग के लोगों से जुड़े किसी सेक्स घोटाले से है या नहीं.

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एचएन सिंह ने बताया कि विनोद वर्मा को इंदिरापुरम के वैभव खंड स्थित महागुन मेंशन अपार्टमेंट से रात साढ़े तीन बजे छत्तीसगढ़ पुलिस ने गाजियाबाद पुलिस की मदद से गिरफ्तार किया.

वहीं एएनआई के मुताबिक, वरिष्ठ पत्रकार विनोद वर्मा ने कहा है कि उनके पास छत्तीसगढ़ के एक मंत्री राजेश मूणत की सेक्स सीडी है और यही कारण है कि छत्तीसगढ़ सरकार उन्हें फंसा रही है।

उन्होंने कहा कि मेरे पास सेक्स वीडियो पेन ड्राइव में है। सीडी में मेरा कोई लेना-देना नहीं है।